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Blood Circulation ( परिसंचरण तंत्र )।।

परिसंचरण तंत्र संबंधित प्रश्नोत्तरी ।। 1. कौन सा ‘जीवन नदी’ के रूप में जाना जाता है? उत्तर: रक्त 2. रक्त परिसंचरण की खोज की गई? ...

जन्मभूमि मातृभूमि पितृभूमि वंदना

जन्म-भूमि मातृ-भूमि पितृ-भूमि वंदना
राग-भूमि त्याग-भूमि भाग्य-भूमि अर्चना ।।
विश्व में उठा हिमाद्रि का विशाल भाल है
सिंधु ब्रह्मपुत्र गंगधार कण्ठ-माल है ।।

है समुद्र धो रहा पवित्र पाँव चूमता
फूल है चढा सुगंध पा समीर झूमता
चाँदनी हंसी खिली
वायु प्राण सी मिली
है तुझे निहार स्वर्ग की
समस्त कल्पना ।। जन्मभूमि मातृभूमि  ।।

धाम मँहधार शीत और हेमवन्त है
पत्र झाड़ फूल गूथता हुआ बसंत है
है गंभीर गर्जना कभी सरस फुहार है
चंचल चमक कभी सुरम्य इन्द्रहार है
आरती उतारती
वेश को संवारती
मूर्तिमान हो गई
जहाँ स्वरूप कामना ।। जन्मभूमि मातृभूमि ।।


देश में अनेक वर्ग-वर्ण जाति धर्म है
भाव हैं अनेक बोल हैं अनेक कर्म हैं
कोटि-कोटि रूप में परंतु प्राण एक है
मान एक ज्ञान एक ध्यान एक गान है
आल एक शक्ति है
एक भाव भक्ति है
कोटि-कोटि प्राण की
अभिन्न आज भावना ।। जन्मभूमि मातृभूमि ।।


आज लक्ष-लक्ष का जिसे बाहुबल मिला
कौन कह रहा कि वीर भूमि आज निर्बला
आज जागरण हु कि हम सदा स्वतंत्र है
आज लोक के स्वीकार तंत्र मंत्र यंत्र है
आज एक कल्पना
आज एक चिन्तना
आज अर्चन यही
समस्त सिद्धि साधना ।। जन्मभूमि मातृभूमि ।।



















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