पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक हैं। यह पुरस्कार, कला, सामाजिक कार्य, जन हित के मामलों, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, मेडिसिन, साहित्य तथा शिक्षा, खेल-कूद तथा नागरिक सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। ये पुरस्कार प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर उद्घोषित किये जाते हैं तथा सामान्यतः मार्च/अप्रैल माह में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले सम्मान समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किये जाते हैं। वर्ष 1954 में पहली बार पद्म अवार्ड की घोषणा की गई थी। 1978, 1979, 1993 और 1997 के अलावा से इन पुरस्कार की घोषणा हर साल किया जा रहा है। एक साल दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों की संख्या 120 से ज्यादा नहीं होती है।
पद्म पुरस्कार की श्रेणियां
पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं।
Padma-Awards-burnished bronze
1. पद्म विभूषण
पद्म पुरस्कार भारत-रत्न के बाद भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट और उल्लेखनीय सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। इस सम्मान में पुरस्कार स्वरूप 1.3/16 इंच का कांसे का एक बिल्ला मिलता है। इसके केंद्र में एक कमल का फूल होता है। इसमें सफेद रंग में फूल की पत्तियां होती हैं। इस फूल के ऊपर नीचे पद्म विभूषण लिखा होता है। वहीं इस बिल्ले के पिछले हिस्से में अशोक चिन्ह बना होता है।
2. पद्म भूषण
पद्म पुरस्कार भारत-रत्न और पद्म विभूषण के बाद भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान भारत सरकार द्वारा उत्कृष्ट कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये दिया जाता है। इस सम्मान में भी कांसे का बिल्ला दिया जाता है। इसमें भी बीच में कमल का फूल बना होता है जिसकी तीन पत्तियां इसे घेरे रहती हैं। इस फूल के ऊपर नीचे पद्मभूषण लिखा रहता है।
3. पद्म श्री
पद्म श्री पुरस्कार भारत-रत्न, पद्म विभूषण और पद्म भूषण के बाद भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान भारत सरकार द्वारा किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के फलस्वरूप प्रदान किया जाता है। भारत सरकार द्वारा आम तौर पर सिर्फ भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला सम्मान है। इस सम्मान में भी कांसे का बिल्ला दिया जाता है जिसमें कमल का फूल बना रहता है।
कैसे होता है चयन?
इस सम्मान के लिए नामों पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री हर साल एक समिति का गठन करते हैं। पदम पुरस्कारों की सिफारिश राज्य सरकार/संघ राज्य प्रशासन, केन्द्रीय मंत्रालय/विभाग के साथ साथ उत्कृष्टता संस्थानों आदि से प्राप्त की जाती हैं। इसके बाद यह समिति इन नामों पर विचार करती है। पुरस्कार समिति जब एक बार सिफारिश कर देती है फिर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राष्ट्रपति इस पर अपना अनुमोदन देते हैं और इसके बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन सम्मानों की घोषणा की जाती है।
पद्म पुरस्कारों के चयन में पारदर्शिता लाने हेतु केन्द्र सरकार ने वर्ष 2017 से पद्म पुरस्कारों के नामांकन के लिए नियम बदल दिए। केन्द्र सरकार ने एक 01 मई 2016 से एक पोर्टल शुरू किया है जहां व्यक्तिगत रूप से, मंत्रालयों अथवा राज्य सरकारों द्वारा की गई सिफारिशें स्वीकार की जा सकती है। पोर्टल के अलावा किसी भी अन्य तरीके से नामांकन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। सिफारिश करने वाले को अपना नाम और आधार कॉर्ड के नंबर का उल्लेख करना होगा।
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