तमिलनाडु वन विभाग ने मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान (Mukurthi National Park) के एक हिस्से में 20 किलोमीटर लंबी फायर लाइन का निर्माण कार्य शुरू किया।
० गौरतलब है कि पिछले वर्ष गर्मियों में मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान के कई इलाकों में आग लग गई थी।
फायर लाइन (Fire Line):-
० फायर लाइन वनों में लगने वाली आग को रोकने के लिये वन क्षेत्र में उपलब्ध वनस्पतियाँ जिनमें आग लगने की संभावना अधिक होती है, की मात्रा को सीमित करके कृत्रिम रूप से निर्मित दीवार है। इसे फायर ब्रेक (Fire Break) भी कहा जाता है।
मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान के बारे में:-
० यह पश्चिमी घाट में तमिलनाडु के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित एक संरक्षित क्षेत्र है। इस उद्यान को पहले नीलगिरि तहर राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता था। यह राष्ट्रीय उद्यान 78.46 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला है।
० इस उद्यान को की-स्टोन प्रजातियों जैसे- नीलगिरि तहर की रक्षा के लिये बनाया गया था।
० इस उद्यान की मुख्य विशेषताएँ मॉन्टेन (Montane) घास के मैदान और ऊँचाई पर स्थित उच्च वर्षा वाले क्षेत्रों में शोला झाड़ियाँ, ठंडी एवं तेज़ हवाएँ हैं।
० यह रायल बंगाल टाइगर और एशियाई हाथी सहित संकटग्रस्त वन्यजीवों का निवास है किंतु यहाँ मुख्य रुप से स्तनपायी नीलगिरी तहर पाई जाती है।
० यह नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व के साथ-साथ मुदुमलाई वन्यजीव अभयारण्य, बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान, वायनाड वन्यजीव अभयारण्य एवं साइलेंट वैली का हिस्सा है।
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