केंद्र सरकार ने पूर्व वित्त सचिव और रिटायर्ड IAS अफसर राजीव कुमार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है. वे अशोक लवासा की जगह लेंगे. अशोक लवासा ने 18 अगस्त 2020 को चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफा दिया था. हालांकि, अशोक लवासा 31 अगस्त तक अपने पद पर बने रहेंगे. वे जल्द ही एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के उपाध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभालेंगे.
राजीव कुमार की नियुक्ति के संबंध में कानून एवं न्याय मंत्रालय के विधायी विभाग ने 21 अगस्त 2020 को नोटिफिकेशन जारी किया. राजीव कुमार 1984 बैच के झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी हैं. राजीव कुमार 31 अगस्त 2020 को अशोक लवासा की जगह तत्काल प्रभाव से पद संभालेंगे.
राजीव कुमार का कार्यकाल
राजीव कुमार का चुनाव आयोग में पांच साल का होगा यानी 2025 तक इस यह जिम्मेदारी संभालेंगे. इस हिसाब से राजीव कुमार इस लोकसभा चुनाव 2024 का काम भी देखेंगे.
आयुक्त का कार्यकाल अधूरा
अशोक लवासा को जनवरी 2018 में चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था. निर्वाचन आयोग के इतिहास में लवासा दूसरे ऐसे आयुक्त होंगे जिन्हें कार्यकाल पूरा करने से पहले ही इस्तीफा देकर जाना पड़ रहा है. अशोक लवासा से पहले 1973 में मुख्य निर्वाचन आयुक्त नागेन्द्र सिंह ने तब इस्तीफा दिया था जब उनको अंतरराष्ट्रीय न्यायिक अदालत में जज बनाया गया था.
राजीव कुमार के बारे में
• राजीव कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी प्रधानमंत्री जन धन योजना और मुद्रा ऋण योजना जैसी प्रमुख योजनाओं में अहम भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है.
• राजीव कुमार के पास सार्वजनिक नीति और प्रशासनिक क्षेत्र का 30 साल से ज्यादा का अनुभव है. उन्होंने बीएससी और एलएलबी के साथ पब्लिक पॉलिसी एंड सस्टेनेबिलिटी में मास्टर्स किया है.
• उनको पिछले साल जुलाई में वित्त सचिव नियुक्त किया था और इस साल फरवरी में उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था.
• राजीव कुमार मूलत: उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. वे एक फरवरी 1993 से एक जून 1996 तक रांची के उपायुक्त रहे.
• इसके अतिरिक्त वे कार्मिक विभाग में विशेष सचिव, प्राथमिक शिक्षा निदेशक और उद्योग निदेशक समेत झारखंड भवन, नई दिल्ली में अतिरिक्त स्थानीय आयुक्त और स्थानीय आयुक्त पद पर भी रह चुके है.
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