केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) मंत्री, नितिन गडकरी ने 30 नवंबर, 2020 को आभासी होरासिस एशिया मीटिंग 2020 को संबोधित किया और यह कहा कि, केंद्र सरकार केवल MSME क्षेत्रों के लिए 5 करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने की एक योजना बना रही है.
अपने संबोधन में, उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में भारत दुनिया में शीर्ष ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र होगा और चीन की तुलना में, भारत में विकास की अधिक संभावनाएं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि, कच्चे माल की उपलब्धता, प्रतिभाशाली युवा जनशक्ति और केंद्र और राज्य सरकारों की अनुकूल नीतियां भारत को निवेश करने के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बना रही है.
मीटिंग का उद्देश्य
एशिया और दुनिया से 400 से अधिक प्रमुख राजनीतिक नेताओं और कारोबारी होरासिस एशिया मीटिंग 2020 के दौरान एकत्र हुए ताकि गहन राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक व्यवधान को दूर करने के तरीकों पर चर्चा की जा सके जोकि कोविड -19 महामारी के कारण संपूर्ण विश्व में फैले हुए हैं.
आर्थिक विकास में MSME के योगदान में वृद्धि
हॉरीसस एशिया मीटिंग 2020 के दौरान MSME क्षेत्र के लिए केंद्र सरकार की योजना को आगे बढ़ाते हुए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि, भारत सरकार का उद्देश्य आर्थिक विकास में MSME के योगदान को 30% से 40% तक बढ़ाना है. इसका लक्ष्य MSME निर्यात को 48% से बढ़ाकर 60% तक बढ़ाना भी है.
होरासिस एशिया मीटिंग 2020
होरासिस के अध्यक्ष, फ्रैंक-जर्गन रिचर ने यह बताया कि, यह आभासी बैठक बहुत सफलता रही. इसमें 400 वक्ताओं ने भाग लिया जिसमें वियतनाम, भारत, फिलीपींस, थाईलैंड, इंडोनेशिया, हांगकांग के मंत्रियों के साथ-साथ दुनिया भर के उद्योगों के कई प्रमुख कारोबारी शामिल थे.
उन्होंने कहा कि, बैठक के दौरान प्रतिभागियों ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी और सच्चे बहुपक्षवाद की भावना में सहयोग करने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की है. एशिया इस महामारी के दौर में भी प्रभावशाली प्रगति कर रहा है और अपनी अर्थव्यवस्थाओं को भी इस दौरान अधिक टिकाऊ और लचीला बना रहा है.
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