प्रधानमंत्री ने कहा है कि स्टार्टअप्स में देश का भविष्य बदलने की क्षमता है। स्टार्टअप्स इंडिया इंटरनेशनल समिट के दौरान आज स्टार्टअप्स उद्यमियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत में श्री मोदी ने कहा कि स्टार्टअप्स में जो आत्मविश्वास है वह कभी कम नहीं होना चाहिए और हमेशा कायम रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं की ऊर्जा और अपना भविष्य स्वयं लिखने के जुनून से दुनियाभर के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह शताब्दी डिजिटल क्रांति और नए जमाने के आविष्कारों की शताब्दी है। उन्होंने कहा कि इस सदी को एशिया की सदी भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि भविष्य की टेक्नोलॉजी, एशिया की प्रयोगशालाओं से निकलें और भावी उद्यमी यहीं से तैयार हों। श्री मोदी ने कहा कि आज बिम्स्टेक देशों के युवा और उद्यमी कोरोना महामारी से निपटने के अपने अनुभवों के साथ इस शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के सभी राज्य, स्टार्टअप्स की मदद कर रहे हैं और स्टार्टअप्स इंडिया की लहर, देश के दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि खेती में स्टार्टअप्स इंडिया के लिए व्यापक संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज डिजिटल इंडिया की बदौलत सरकार द्वारा जरूरतमंद लोगों को भेजी गई मदद उनके बैंक खातों में सीधे पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, सरकारी ई-मार्केट प्लेस, स्टार्टअप्स और अनुसंधान क्षेत्र के जरिये हमारे देश को जबर्दस्त बढावा मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने भविष्य में स्टार्टअप्स और यूनिकॉर्न्स को विश्वस्तरीय कंपनियां बनाने का लक्ष्य निर्धारित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। स्टार्टअप इंडिया अभियान के पांच साल पूरा होने के अवसर पर प्रधानमंत्री ने इवोल्यूशन ऑफ स्टार्टअप इन इंडिया नाम की एक पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने दूरदर्शन पर विशेष धारावाहिक कार्यक्रम 'स्टार्टअप चैम्पियंस' के प्रसारण का भी शुभारंभ किया जिसमें भारत में स्टार्टअप्स की संकल्प और लगन को प्रदर्शित किया जाएगा।
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