✅ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने राज्य विधानसभा में 24 फरवरी, 2021 को अपना तीसरा राज्य बजट और पहला पेपरलेस बजट पेश किया।
▪️ राजस्थान विधान सभा :
राजस्थान की राज्य विधान सभा एकपक्षीय विधायिका है। राज्य विधान सभा के सदस्य सीधे लोगों द्वारा चुने जाते हैं। वे 5 साल के कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं। वर्तमान में, विधान सभा में 200 सदस्य शामिल हैं।
▪️ पृष्ठभूमि :
पहली राजस्थान विधानसभा का उद्घाटन मार्च 1952 में हुआ था। इसका कार्यकाल 1952 से 1957 तक था। तब विधानसभा में 160 सदस्यों की संख्या थी। वर्ष 1956 में, राजस्थान के साथ अजमेर राज्य का विलय करके विधानसभा सदस्यों की संख्या 190 हो गई।
▪️ एक-सदनीय विधानमंडल :
एक-सदनीय विधानमंडल का अर्थ है विधायिका जिसमें एकल विधायी या संसदीय कक्ष या सदन शामिल है। दुनिया के लगभग आधे संप्रभु देशों में एक-सदनीय विधायिका हैं।
▪️ राज्य का बजट :
राज्य का बजट संविधान के अनुच्छेद 202 के अनुसार राज्य में विधानसभाओं में पेश किया जाता है। इस बजट में वित्तीय वर्ष के लिए प्राप्ति और व्यय के अनुमानित विवरण शामिल होते हैं।
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