(अ) यह एक तरीका है जिसमें प्रत्येक बालक सुरक्षित महसूस करें
(ब) भाषागत पृष्ठभूमि के कारण कोई भी बालक पीछे न छूट जाये
(स) यह बालकों का अपने पर विश्वास के लिए प्रोत्साहन देगा
(द) उपर्युक्त सभी ✔️
. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 में गणित शिक्षा के किस किस बिन्दु पर मुख्यतया प्रकाश डाला गया है ?
(अ) गणित की सहायता से तर्क-शक्ति का विकास करना। ✔️
(ब) · गणित की सहायता से ·गणित में रूचि का विकास करना।
(स) गणित की सहायता से मूल्यांकन का विकास करना।
(द) · गणित की सहायता से गणित का अन्य विषयों के साथ अधिक सहसम्बन्ध स्थापित करना।
, बालकों के स्कूली जीवन को बाहर के जीवन से जोङा जाना चाहिए। इस कथन का सम्बन्ध है –
(अ) राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा, 2005 ✔️
(ब) प्रोग्राम ऑफ एक्शन, 1992
(स) राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986
(द) राष्ट्रीय ज्ञान आयोग, 2007
. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, 2005 के अनुसार पाठ्यचर्या निर्माण के पांच निर्देशक सिद्धांतों में से एक है-
(अ) ज्ञान को स्कूल के बाहरी जीवन से जोङना ✔️
(ब) द्वितीय भाषा सीखना
(स) दृष्टिकोण को बदलना
(द) उच्च शिक्षा के लिए प्रबल आधार का निर्माण करना
. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, 2005 के अंतर्गत कितने केन्द्र समूह गठित किए गए थे ?
(अ) 20 (ब) 22
(स) 21 ✔️ (द) 23
. निम्न में से कौन नेशनल स्टीयरिंग कमेटी NCF 2005 के अध्यक्ष थे ?
(अ) श्री अर्जुन सिंह (ब) प्रोफेसर कृष्ण कुमार
(स) प्रोफेसर यशपाल ✔️ (द) प्रोफेसर वेद प्रकाश
NCF 2005 के अनुसार बालक के सर्वांगीण विकास में शामिल है-
(अ) बालक का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक विकास एवं स्वस्थ जीवन की तैयारी
(ब) · बालक का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, भावानात्मक विकास
(स) बालक का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, भावानात्मक विकास और विद्यालय के लिए तैयारी ✔️
(द) · बालक का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, भावानात्मक विकास एवं बौद्धिक विकास
NCF 2005 में ’अनुशासन एवं सहभागी प्रबंधन’ शीर्षक के अंतर्गत कक्षा में शांति बनाए रखने से संबधित जो नियम होते है, इनके पालन से अध्यापक कक्षा से-
(अ) समानता और बराबर अवसर देने के मूल्यों को कमजोर बनाते है और उन्हें क्षति पहुंचाते है
(ब) ये नियम उन प्रक्रियाओं को भी हतोत्साहित करते है जो बच्चों की सीखने की प्रक्रिया में अंतर्निहित होती है
(स) ये नियम सहपाठियों में समुदाय की भावना को अविकसित होने से भी रोकते है ✔️
(द) इन नियमों से शिक्षकों के लिए कक्षा ’व्यवस्था की नजर से आसान’ हो जाती है।
, NCF 2005 के अनुसार ’जो काम जिस स्तर पर संभव है, उसे उसी स्तर पर किया जाना चाहिए न कि उससे उच्च स्तर पर’ इसे कहा गया है-
(अ) पूरकता का सिद्धांत ✔️
(ब) संज्ञानात्मक वैधता का सिद्धांत
(स) नैतिक वैधता का सिद्धांत
(द) मार्ग दर्शक का सिद्धांत
. NCF 2005 में ’समक्ष के रूप’ में दी गई · गणितीय की विशिष्ट अवधारणाओं में किसी शामिल नहीं किया गया ?
(अ) गणितीय अवधारणाओं में जो सिद्धान्त स्थापित किया जाना है उसका कदम-दर-कदम प्रदर्शन वैधता निर्धारित की जाती है।
(ब) · गणित की पुष्टिकरण की क्रिया कभी आनुभाविक नहीं होती है।
(स) गणित की पुष्टिकरण की क्रिया अवलोकन या प्रयोग पर आधारित होती है। ✔️
(द) · गणित की पुष्टिकरण की क्रिया उस संरचना में मौजूद उपयुक्त परिभाषाओं एवं स्वयं सिद्ध सिद्धान्तों के आधार पर एक प्रदर्शन होता है।
. NCF 2005 के ’विकास को सीखना’ शीर्षक के अंतर्गत संज्ञानात्मक विकास का अर्थ है-
(अ) कर्म व भाषा के माध्यम से स्वयं और दुनिया को समझना ✔️
(ब) स्वस्थ शारीरिक विकास सभी प्रकार के विकास की पहली शर्त है
(स) जानकारी इकट्ठा करके उनका रटना
(द) अर्थ निकालना, मूर्त सोच की क्षमता विकसित करना
. · गणित की प्रकृति एवं संरचना में निम्नलिखित विशेषता नहीं है ?
(अ) गणित की भाषा सांकेतिक है
(ब) · गणित के निष्कर्ष निश्चित एवं तर्कसंगत होते है
(स) गणित की सभी शाखाओं का मूलभूत आधार समुच्चय सिद्धांत भाषा है ✔️
(द) · गणित की विषयवस्तु में सामंजस्यता है
. NCF 2005 में कला शिक्षा को विद्यालय में जोङने का उद्देश्य है
(अ) सांस्कृतिक विरासत की प्रशंसा करना
(ब) छात्रों के व्यक्तित्व और मानसिक स्वास्थ्य को विकसित करना
(स) केवल क सही है
(द) दोनों क और ख सही है ✔️
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