अंतरिक्ष में यह सैन्य अभ्यास, विश्व शक्तियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, पृथ्वी की कक्षा में फ्रांस के अपने उपग्रहों के साथ-साथ अन्य रक्षा उपकरणों की रक्षा करने की क्षमता का परीक्षण करेगा.
विश्व शक्तियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, फ्रांस ने पृथ्वी की कक्षा में अपने उपग्रहों के साथ-साथ अन्य रक्षा उपकरणों पर हमला करने की क्षमता का परीक्षण करने के लिए अंतरिक्ष में अपना पहला सैन्य अभ्यास शुरू किया है.
फ्रांस के नव निर्मित स्पेस कमांड के प्रमुख मिशेल फ्राइडलिंग ने इस अंतरिक्ष अभ्यास को सिस्टम का एक तनाव परीक्षण बताया और यह उल्लेख किया है कि, ये सैन्य अभ्यास फ्रांसीसी सेना के साथ-साथ पूरे यूरोप के लिए पहले थे.
वर्ष, 1965 के पहले फ्रांसीसी उपग्रह की याद में 'एस्टरएक्स' नाम से तैयार किए गए इस अभ्यास को एक ऑपरेशन कक्ष में 18 सिम्युलेटेड घटनाओं के आधार पर कार्यान्वित किया जाएगा.
अंतरिक्ष में सैन्य अभ्यास का उद्देश्य
इस अभ्यास के समय, फ्रांसीसी सेना काफी अंतरिक्ष बल के साथ, एक खतरनाक अंतरिक्ष वस्तु की निगरानी करने के साथ ही किसी भी अन्य विदेशी शक्ति से अपने स्वयं के उपग्रह को सुरक्षित रखने का प्रयास करेगी. फ्राइडलिंग के अनुसार, इन घटनाओं की एक श्रृंखला दिखाई देती है और अंतरिक्ष बुनियादी ढांचे के खिलाफ लेकिन केवल यही खतरों या संकट की स्थिति पैदा करती है.
मुख्य विशेषताएं
• जर्मन अंतरिक्ष और अमेरिकी अंतरिक्ष बल एजेंसियां भी फ्रांसीसी अभ्यास में भाग लेती रही हैं. ये सैन्य अभ्यास 08 मार्च को शुरू हुए और 12 मार्च, 2021 तक चलेंगे.
• वर्ष, 2019 में फ्रांस की अंतरिक्ष कमान की घोषणा की गई और वर्ष 2025 तक 500 कर्मियों को अंतरिक्ष में तैनात करने का लक्ष्य रखा गया.
• वर्ष, 2019-2025 की बजट अवधि में फ्रांस द्वारा इस अंतरिक्ष कार्यक्रम में निवेश 4.3 बिलियन यूरो तक पहुंचने की उम्मीद है. यह निवेश चीन या संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा खर्च की गई राशि का एक अंश है.
अंतरिक्ष में सैन्यीकरण को रोकने का उद्देश्य
फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पैली ने यह कहा था कि, हमारे सहयोगी और विरोधी अंतरिक्ष का सैन्यीकरण कर रहे हैं.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि, फ्रांस ने रूस, अमेरिका और चीन के साथ अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए एंटी-सैटेलाइट लेजर हथियार और नई निगरानी क्षमताओं को विकसित करने की योजना बनाई है.
0 comments:
Post a Comment