एलसीयू 58 एक उभयचर जहाज है जो अपने चालक दल के अलावा 160 सैनिकों को ले जा सकता है.
भारतीय नौसेना ने 18 मार्च 2021 को एक लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (एलसीयू) शिप को शामिल किया. इसका उपयोग युद्धक टैंकों और अन्य भारी हथियारों के परिवहन जैसी विभिन्न गतिविधियों के लिए किया जाएगा. इस कार्यक्रम के लिए कमांडर-इन-चीफ, अंडमान एंड निकोबार कमांड लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे मुख्य अतिथि तथा गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) के निदेशक सेवानिवृत नौसेना अधिकारी रीयर एडमिरल विपिन कुमार सक्सेना उपस्थित थे.
भारतीय नौसेना के अनुसार, लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी के आठवें और अंतिम श्रेणी चार के जहाज को पोर्ट ब्लेयर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल किया गया. जहाज को गार्डन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई), कोलकाता द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किया गया है.
समुद्री सुरक्षा में मदद
इन जहाजों के नौसेना में शामिल होने से देश की समुद्री सुरक्षा में मदद मिलेगी और यह प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया और आत्म निर्भर भारत अभियान के अनुरूप है. इस जहाज में पांच अधिकारी और 50 नाविक होंगे. इसके अतिरिक्त यह 160 सैन्य दल को ले जाने में सक्षम होगा.
एलसीयू 58 एक उभयचर जहाज: एक नजर में
एलसीयू 58 एक उभयचर जहाज है जो अपने चालक दल के अलावा 160 सैनिकों को ले जा सकता है. 900 टन की भारवहन क्षमता के साथ यह जहाजविभिन्न प्रकार के लड़ाकू वाहनों जैसे मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी), बीएमएसपी, बख्तरबंद वाहन और ट्रक आदि ले जाने में सक्षम है.
जहाज की लंबाई 63 मीटर है और इसमें दो एमटीए 4000 सीरीज इंजन लगे हैं जो जहाज को 15 नॉट (28 किमी प्रति घंटे) तक की गति से पहुंचाने में सक्षम हैं इस जहाज में दुश्मन के रडार ट्रांसमिशन को भेदने में सक्षम आत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिकस पोर्ट मेज़र लगा है.
साथ ही इस जहाज में अत्याधुनिक एकीकृत ब्रिज प्रणाली (आईबीएस) और एक परिष्कृत एकीकृत प्लेटफार्म मैनेजमेंट सिस्टम (आईपीएमएस) लगा है जो किक्रमशः जहाज के नौवहन व मशीनरी उपकरणों की एकल स्टेशन निगरानी की सुविधाप्रदान करता है.
जहाज के मुख्य आयुध में दो स्वदेश निर्मित 30 मिमी सीआरएन 91 गन शामिल हैं जो एक स्थिर ऑप्ट्रॉनिक पेडस्टल (एसओपी) द्वारा नियंत्रितकी जाती हैं- जो कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) द्वारा निर्मितएक इलेक्ट्रॉनिक डे-नाइट डायरेक्टर साइट है.
इसके अतिरिक्त जहाज में हवा, सतह और उप-पारंपरिक खतरों को बेअसर करने के लिए छह मशीनगन पोस्ट भी लगे हैं. एलसीयू 58 पोर्ट ब्लेयर पर रखा जाएगा तथा इसे अंडमान औरनिकोबार समूह, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर में समुद्र तट, खोज और बचाव, आपदा राहत, तटीय गश्ती और निगरानी अभियानों जैसी विभिन्न भूमिकाओं मेंतैनात किया जाएगा.
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