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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न।।

काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (1)

मधुप गुन-गुना कर कह जाता कौन कहानी यह अपनी,
मुरझाकर गिर रहीं पत्तियाँ देखो कितनी आज घनी।
इस गंभीर अनंत-नीलिमा में असंख्य जीवन-इतिहास
यह लो, करते ही रहते हैं अपना व्यंग्य-मलिन उपहास
तब भी कहते हो कह डालूँ दुर्बलता अपनी बीती।
तुम सुनकर सुख पाओगे, देखोगे यह गागर रीती।
किंतु कहीं ऐसा न हो कि तुम ही खाली करने वाले
अपने को समझो, मेरा रस ले अपनी भरने वाले।

Question 1.
कवि ने यहाँ अपने जीवन के किस पक्ष का उल्लेख किया है ?
(a) सुखद पक्ष का
(b) दुःखद पक्ष का
(c) बचपन का
(d) वृद्धावस्था का

Answer
Answer: (b) दुःखद पक्ष का
जीवन के दुःखद पक्ष का।

Question 2.
पत्तियों का मुरझाना किस ओर संकेत करता है ?
(a) मृत्यु की ओर
(b) सूखे की ओर
(c) ढलती उम्र एवं जीवन के आनंद की समाप्ति की ओर
(d) जीवन की कठिनाइयों की ओर

Answer
Answer: (c) ढलती उम्र एवं जीवन के आनंद की समाप्ति की ओर।

Question 3.
मधुप किसे कहा गया है ?
(a) मन रूपी भौरे को
(b) भौरे को
(c) शहद पीने वाले को
(d) इनमें से कोई नहीं ।

Answer
Answer: (a) मन रूपी भौरे को।

Question 4.
कवि ने गागर रीति किसे कहा है?
(a) खाली घड़े को
(b) अभावपूर्ण जिन्दगी को
(c) अज्ञानता को
(d) अपने रिक्त जीवन को |

Answer
Answer: (d) अपने रिक्त जीवन को।

Question 5.
यह किस काल की रचना है?
(a) भक्तिकाल
(b) रीतिकाल
(c) छायावादी युग
(d) आदिकाल |

Answer
Answer: (c) छायावादी युग
छायावादी युग की रचना है।

काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (2)

यह विडंबना! अरी सरलते तेरी हँसी उड़ाऊँ मैं।
भूलें अपनी या प्रवंचना औरों की दिखलाऊँ मैं।
उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ, मधुर चाँदनी रातों की।
अरे खिल-खिला कर हँसते होने वाली उन बातों की।
मिला कहाँ वह सुख जिसका मैं स्वप्न देखकर जाग गया।
आलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया।
जिसके अरुण-कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में।
अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में।

Question 1.
कवि यहाँ किस विडंबना की बात कर रहा है ?

Answer
Answer:
संकेत-

कवि अपने जीवन की कथा लोगों को कैसे बताए
कवि अपनी हँसी नहीं उड़वाना चाहता
कवि अपने साथ हुए विश्वासघात को उजागर नहीं करना चाहता था।
Question 2.
अपने जीवन की उज्ज्वल गाथा क्यों नहीं गाना चाहता?

Answer
Answer:
संकेत-

कवि का जीवन सुखद नहीं रहा
कवि जिसे पाना चाहता था वह सुख उन्हें नहीं मिला नि कवि अपने उन क्षणिक सुखों को अपने जीवन का संबल बनाना चाहता है।
Question 3.
कवि के जीवन में सुख किस प्रकार आए ?

Answer
Answer:
संकेत-

स्वप्न की भांति
उनको सुख प्राप्त ही नहीं
Question 4.
कवि जीवन में कैसे सुखों की कामना करता था ?

Answer
Answer:
संकेत-

ऐसे सुख जो उनको आनंद-विभोर कर दें
उनको प्रिया का साथ मिले।
Question 5.
उज्ज्वल गाथा में निहित प्रतिकार्थ स्पष्ट कीजिए ।

Answer
Answer:
संकेत-

कवि ऐसा कहकर अपने हृदय का अपनत्व प्रकट करता है।

काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (3)

उसकी स्मृति पाथेय बनी है थके पथिक की पंथा की।
सीवन को उधेड़ कर देखोगे क्यों मेरी कंथा की ?
छोटे से जीवन की कैसे बड़ी कथाएँ आज करें
क्या यह अच्छा नहीं कि औरों की सुनता मैं मौन रहूँ?
सुनकर क्या तुम भला करोगे मेरी भोली आत्म-कथा?
अभी समय भी नहीं, थकी सोई है मेरी मौन व्यथा।

Question 1.
कवि एवं कविता का नाम लिखिए ।

Answer
Answer:
संकेत-

कवि : जयशंकर प्रसाद
कविता : आत्मकथ्य।
Question 2.
कवि ने किसको पाथेय माना है?

Answer
Answer:
संकेत-

जीवन में सुखद क्षणों को
वह सुखद समय जो स्वप्न की भाँति उनके जीवन में आया।
Question 3.
‘सीवन’ को उधेड़ने से कवि का क्या आशय है?

Answer
Answer:
संकेत-

पुरानी बातों को दोहराना
दुःख को बढ़ाना।
Question 4.
कवि मौन रहना क्यों चाहता है?

Answer
Answer:
संकेत-

कवि के पास अपनी कथा सुनाने के लिए कुछ नहीं
कवि अपने को बड़ा कवि नहीं मानता
कवि दूसरों की सुनना ज्यादा अच्छा समझता
Question 5.
कवि अपनी व्यथा को मौन ही रखना चाहता है, क्यों?

Answer
Answer:
संकेत-

व्यथा जागेगी तो पीड़ा पहुँचेगी
कवि अपने जीवन को और दुखी नहीं बनाना नहीं चाहता।
लघूत्तरीय प्रश्न

Question 1.
कवि ने मधुप, पत्तियाँ, अनंत नीलिमा और जीवन इतिहास का प्रयोग क्यों किया है ?

Answer
Answer:
संकेत-

अपने दुख को प्रकट करने के लिए
अपनी भावनाओं को शब्द देने के लिए।
Question 2.
गागर रीती से कवि का क्या अभिप्राय है ?

Answer
Answer:
संकेत-

अभावग्रस्त जीवन
जीवन में सुखों का अभाव।
Question 3.
विडंबना में छिपा अर्थ स्पष्ट कीजिए ।

Answer
Answer:
संकेत-

दूसरों का उपहास उड़ाना निराशा की बात है
कवि ऐसा नहीं कर सकता।
Question 4.
सीवन को उधेड़ने से कवि का क्या तात्पर्य है ?

Answer
Answer:
संकेत-

हृदय में छिपी पुरानी बातों को उजागर करना
पुरानी बातों को फिर दोहराना।
Question 5.
कवि किस की हँसी नहीं उड़ाना चाहता?

Answer
Answer:
संकेत-

अपनी दुर्बलताओं की
अपने मित्रों की।
Question 6.
कवि अपनी कथा कहने के प्रस्ताव को क्या कहकर ठुकरा देता है ?

Answer
Answer:
संकेत-

उनकी मौन व्यथा सोई पड़ी है
उसे सोने दो अभी कथा कहने का समय भी नहीं है।
Question 7.
निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए –
मिला कहाँ वह सुख जिसका मैं स्वप्न देखकर जाग गया।
आलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया।
जिसके अरुण कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में ।
अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में।

Answer
Answer:
संकेत-

कवि के जीवन में सुख स्वष्न की भाँति आए जो स्थिर नहीं रहे
कवि की प्रेयसी बहुत सुंदर थी; जिसे भुलाना उनके लिए असंभव है।


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