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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

भू-राजस्व व्यवस्थायें –

✍️ रैयतवारी व्यवस्था – थामस मुनरो और कैप्टन रीड के द्वारा शुरु की गई इस व्यवस्था को प्रायोगिक तौर पर सर्वप्रथम मद्रास प्रेसीडेंसी (तमिलनाडु) के बारामहल (1792) में लागू किया गया। तमिलनाडु, मद्रास, बंबई प्रेसीडेंसी के कुछ हिस्सों, असम तथा कुर्ग के कुछ हिस्सों सहित यह व्यवस्था ब्रिटिश भारत के लगभग 51% भू-भाग पर लागू की गयी। इसके अंतर्गत किसानों को भू-स्वामी मानकर लगान का निर्धारण किया गया। इसमें 20-30 वर्षों पर लगान का पुनर्निर्धारण किया जाता था। 

✍️ महालवाड़ी बंदोबस्त – इस व्यवस्था के तहत गांव की बिरादरी अपने प्रतिनिधियों (मुखिया या लम्बरदार आदि) के माध्यम से रकम चुकाने का भार अपने ऊपर लेती थी। यह व्यवस्था उत्तर प्रदेश, मध्यप्रांत, पंजाब में अर्थात भारत के कुल 30% भूमि पर लागू थी।

✍️ माटिन बर्ड – को उत्तरी भारत में भूमि का व्यवस्था का प्रवर्तक के नाम से स्मरण किया जाता है।

✍ नील दर्पण – यह दीनबंधु मित्र द्वारा 1860 में लिखित नाटक था, जिसमें नील की खेती करने वाले कृषकों की दयनीय दशा का वर्णन था। नील के रंग बनाने का उद्योग भारत में 18वीं सदी के अंत में शुरु किया गया था।

✍️ स्थायी बंदोबस्त – यह व्यवस्था लॉर्ड कार्नवालिस ने सर जॉन शोर के सुझावों पर 1793 में लागू की थी। इसके तहत लगान की एक निश्चित मात्रा, जो जमींदारों द्वारा देय थी, हमेशा के लिए निर्धारित कर दी गई। जमींदार अपनी सेवाओं के लिए एक हिस्सा (1/11) अपने पास रखता था। यह व्यवस्था बंगाल, बिहार, उड़ीसा तथा बनारस के क्षेत्रों एवं कर्नाटक (19%) पर लागू थी।

Land Revenue Systems –

✍️ Ryotwari System – This system was started by Thomas Munro and Captain Reed and was the first to implement it on a pilot basis in Baramahal (1792) of Tamil Nadu. This system was implemented on about 51% of the land area of British India, including parts of Tamil Nadu, Madras, Bombay Presidency, parts of Assam and Coorg. Under this, the rent was fixed by considering the farmers as the owners of the land. In this, the rent was re-fixed every 20-30 years.

✍️ Mahalwari Settlement – Under this system, the village fraternity used to take the burden of paying the amount through its representatives (chieftains etc.). This system was applicable in Uttar Pradesh, Madhya Pradesh, Punjab i.e. on total 30% land of India.

✍️ Martin Bird is remembered as the originator of the land system in northern India.

✍️ Neel Darpan – This was a play written by Dinabandhu Mitra in 1860, in which the pathetic condition of the farmers cultivating indigo was described. The industry of making indigo dyes was started in India in the late 18th century.

✍️ Permanent Settlement – This system was implemented by Lord Cornwallis in 1793 on the suggestions of Sir John Shore. Under this a fixed amount of rent, which was payable by the zamindars, was fixed forever. The zamindar kept a share (1/11) with himself for his services. This system was applicable to the areas of Bengal, Bihar, Orissa and Banaras and Karnataka (19%).

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