1. रामभक्ति काव्य संबंधित प्रथम हिंदी काव्य रचना है –
(अ) रामचरितमानस (ब) भरतमिलाप
(स) अष्टयाम (द) रामरक्षास्त्रोत ✔️
2. ’रामरक्षा स्रोत’ के रचयिता हैं –
(अ) नामदेव (ब) रामानंद ✔️
(स) राघवानंद (द) जीवाराम
3. कवि रसखान का मूल नाम था –
(अ) सैयद इब्राहिम ✔️ (ब) अमीर बिस्मिलाह
(स) बलिद्दय (द) महेश दत्त
4. तुलसीदास की अन्तिम कृति है –
(अ) विनय पत्रिका (ब) कवितावली ✔️
(स) बरवै रामायण (द) गीतावली
5. ’पुष्पावती’ के रचनाकार हैं –
(अ) रंजन (ब) ज्ञानरंजन
(स) दुःखहरन दास ✔️ (द) रामशरणदास
6. समाधि जोग ग्रंथ एवं अष्टपदी जोग ग्रंथ के रचनाकार हैं –
(अ) हरिदास निरंजनी ✔️ (ब) हरिदास वैष्णवी
(स) भर्तृहरि नाथ (द) जङभरत
7. कादरी संप्रदाय की दो शाखाएँ थी –
(अ) अंतरंग और वितरंग
(ब) कयास और सायास
(स) बहाबिया और रजाकिया ✔️
(द) नक्शबदी और शत्तारी
8. ’शृंगार सोरठा’ के रचयिता हैं –
(अ) हरिदास (ब) रहीमदास ✔️
(स) रामदास (द) तानसेन
9. हिंदी में भक्तिकाल को ’धार्मिक नवोन्मेष’ का काल’ की संज्ञा देने वाले विद्वान हैं –
(अ) राहुल सांकृत्यायन (ब) हरिऔध
(स) शिव सिंह सेंगर (द) राजनाथ शर्मा ✔️
10. निम्न में से कौनसा समूह शिष्य-गुरु क्रम से शुद्ध है –
(अ) अग्रदास – नाभादास – कृष्णदास पयहारी
(ब) अग्रदास – कृष्णदास पयहारी – नाभादास
(स) नाभादास – अग्रदास – कृष्णदास पयहारी ✔️
(द) नाभादास – कृष्णदास पयहारी – अग्रदास
11. सत्यनामी संप्रदाय के प्रवर्तक हैं –
(अ) सत्यनाथ (ब) संत जगजीवन दास ✔️
(स) संतवीरभान (द) विष्णु स्वामी
12. जायसी ने ’पद्मावत’ में स्वयं के गुरु का नाम ’सैयद अशरफ’ बताया है। सैयद महीउद्दीन को जायसी का गुरु निर्धारित करने वाले इतिहासकार हैं –
(अ) रामचंद्र शुक्ल (ब) गणपतिचंद्र गुप्त
(स) हजारी प्रसाद द्विवेदी (द) रामकुमार वर्मा ✔️
13. रामप्रिया शरणदास कृत भक्ति विषयक ग्रन्थ है –
(अ) रामायण (ब) सीतायन ✔️
(स) कृष्णायन (द) देवायन
14. कृष्ण भक्ति काव्य परंपरा के प्रवर्तक माने जाते हैं-
(अ) मध्वाचार्य (ब) विद्यापति
(स) जयदेव (द) वल्लभाचार्य ✔️
15. वल्लभाचार्य ने ब्रह्मसूत्रों पर अणुभाष्य लिखा, ’ब्रह्मसूत्र’ के रचनाकार हैं –
(अ) नारदमुनि (ब) भरतमुनि
(स) बादरायण ✔️ (द) हरिनारायण
16. निम्नलिखित भक्तिकालीन कवियों को उनके गुरु के नाम से सुमेलित कीजिए –
(क) निम्बार्क (1) नारद मुनि
(ख) उस्मान (2) हाजी बाबा
(ग) कुतुबन (3) शेख बुरहान
(घ) रविदास (4) रामानंद
कूट:
क ख ग घ
(अ) 3 2 4 1 (ब) 2 3 1 4
(स) 2 1 3 4 (द) 1 2 3 4 ✔️
17. कबीर के गुरु रामानंद का समयकाल अनुमानित है-
(अ) 1268 से 1368 ई. (ब) 1455 से 1555 ई.
(स) 1368 से 1468 ई. ✔️(द) 1350 से 1450 ई.
18. भक्तिकालीन रचनाओं को रचनाकारों से सुमेलित कीजिए –
(क) ज्ञान समुद्र (1) अक्षर अनन्य
(ख) मोहमुद्गार (2) कबीर
(ग) मुहम्मदबोध (3) शंकराचार्य
(घ) सिद्धांत बोध (4) सुन्दरदास
कूट:
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4 (ब) 3 4 1 2
(स) 3 4 2 1 (द) 4 3 2 1 ✔️
19. ’प्रच्छन्न बोध’ उपाधि प्राप्त आचार्य हैं –
(अ) राघवाचार्य (ब) मध्वाचार्य
(स) शंकराचार्य ✔️ (द) रामानंदाचार्य
20. निम्नांकित भक्तिकालीन साहित्य सामग्री को उनके रचयिताओं से सुमेलित कीजिए –
(क) भक्तनामावली (1) जीव गोस्वामी
(ख) भगवत संदर्भ (2) ब्रजवासी दास
(ग) कृष्णचरित (3) हरिव्यास देव
(घ) महावाणी (4) ध्रुवदास
कूट –
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4 (ब) 2 1 4 3
(स) 2 3 4 1 ✔️ (द) 2 4 3 1
21. कृष्ण भक्ति को साहित्य की ’रस परिपाटी’ पर स्थापित करने वाले आचार्य थे –
(अ) रूप गोस्वामी (ब) जीव गोस्वामी
(स) रामानुज गोस्वामी (द) सनातन गोस्वामी ✔️
22. निम्नलिखित भक्तिकालीन रामभक्ति रचनाओं को उनके रचयिताओं से सुमेलित कीजिए –
(1) प्रेम दर्पण (क) मुकुंद सिंह
(2) रोजतुक हकायक (ख) पुहकर कवि
(3) नूरजहाँ (ग) नूर मुहम्मद
(4) नल चरित (घ) शेख नजीर
कूट:
क ख ग घ
(अ) 4 2 3 1 (ब) 3 4 2 1
(स) 4 3 1 2 (द) 4 3 2 1 ✔️
23. निम्नलिखित भक्तिकालीन रामभक्ति रचनओं को उनके रचयिताओं से सुमेलित कीजिए –
(क) पौरुषेय रामायण (1) माधवदास
(ख) रघुनाथ चरित (2) माधवदास चारण
(ग) रघुनाथ लीला (3) नरहरि बारहठ
(घ) राम रासो (4) परशुराम देव
कूट –
क ख ग घ
(अ) 2 1 4 3 (ब) 3 1 2 4
(स) 4 3 2 1 (द) 3 4 1 2 ✔️
24. दक्खिनी गद्य की रचनाओं – मेराजुल आशीकीन एवं कल्मितुल हकायक के रचयिता हैं –
(अ) बुरहानुद्दीन एवं करीमुद्दीन
(ब) मुल्ला गेसुदराज एवं मुल्ला दाउद
(स) मुल्ला गेसुदराज एवं बुरहानुद्दीन ✔️
(द) मुल्ला दाउद एवं करीमुद्दीन
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