2- मंदिर की लंबाई ( ईस्ट-वेस्ट) 380 फ़ीट है, चौड़ाई 250 फीट और ऊँचाई 161 फ़ीट की है।
3- तीन मंजिला मंदिर है, जिसका हर फ्लोर 20 फ़ीट का है, 392 खाम्बे और 44 दरवाज़े हैं।
4- मुख्य मंदिर में भगवान श्री राम की बचपन की मूर्ति रखी जाएगी और पहली मंजिल पर राम दरबार होगा।
5- श्री राम मंदिर में 5 मंडप होंगे, नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप।
6- मंदिर के खम्बों में देवी-देवताओं की छवि उकेरी गई है।
7- मंदिर का प्रवेश द्वार पूर्व से होगा, जहाँ 32 सीढियां होंगी और द्वार का नाम सिंह द्वार दिया गया है।
8- मंदिर में लिफ्ट और रैंप भी बनाए जाएंगे, जिसका प्रयोग वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगजन कर सकेंगे।
9- मंदिर के बगल में परकोटा बनाया जाएगा, जिसके लंबाई 732 मीटर और चौड़ाई 14 फ़ीट होंगी।
10- कंपाउंड के चारों कोनों पर चार मंदिर बनाए जाएंगे, जो सूर्य देव, भगवती देवी, गणेश भगवान और भगवान शिव को समर्पित होंगे।
11- मंदिर के पास पौराणिक कुँवा को रखा गया है, जिसका नाम सीता कूप है।
12- श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में एक छोटा सा मंदिर महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषाद राज, माता शबरी और देवी अहिल्या का भी बनाया जाएगा।
13- राम मंदिर परिसर के पश्चिम-दक्षिण में कुबेर टीला बनाया जाएगा, भगवान शिव के ऐतिहासिक मंदिर का को भी पुनर्जीवित किया जाएगा और जटायु की मूर्ति भी लगाई जाएगी।
14- राम मंदिर परिसर में कही भी लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
15- राम मंदिर का नीव 14 मीटर मोटी आरसीसी और आर्टिफिशियल रॉक से बनाई गई है।
16- मंदिर की नींव में पानी से नुकसान को रोकने के लिए 21 फुट ऊची ग्रेनाइट की लेयर लगाई गई है।
17- मंदिर परिसर में अपना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर सप्लाई फॉर फायर और खुद का पावर स्टेशन होगा।
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