लॉकडाउन शब्द का इस्तेमाल पश्चिमी देश कई बार आपात स्थिति में ऐसा कर चुके हैं।
भारत में लोगों को घरों में रखने के लिए कर्फ्यू या धारा 144 जैसे कानून का सहारा लेते रहे हैं।
मगर लॉकडाउन का इस्तेमाल भारत में पहली बार हो रहा है। इसका सीधा सा मतलब है कि जरूरी सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा।
इस दौरान सिर्फ जरूरी या आपात स्थिति होने पर ही आपको घर से निकलने की अनुमति रहेगी।
क्या पहले भी हुआ है लॉकडाउन
अमेरिका ने 9/11 आतंकी हमले के बाद तीन दिन के लिए पहली बार लॉकडाउन किया था।
इसके बाद 2013 में बॉस्टन और 2015 में पेरिस हमले के बाद ब्रुसेल्स लॉकडाउन किया गया था।
क्या-क्या खुलेगा रहेगा
दूध, सब्जी और दवा की दुकानें लॉकडाउन के दौरान खुले रहेंगे।
अस्पताल और क्लीनिक भी इस दौरान खुले रहेंगे।
इसके अलावा राशन की दुकानें भी खुली रहेंगी।
किसी बेहद जरूरी काम के लिए भी प्रशासन की ओर से छूट मिल सकती है।
क्या पेट्रोल पंप भी खुले रहेंगे
सरकार ने पेट्रोल पंपों और एटीएम को आवश्यक श्रेणी में रखा है।
इसलिए जरूरत के हिसाब से इन्हें खोला जा सकता है।
क्या निजी वाहन चला सकेंगे
अगर बहुत जरूरी हो तो लॉकडाउन में भी निजी वाहनों का प्रयोग किया जा सकता है।
हालांकि बिना वजह बाहर घूमने पर सरकार कार्रवाई कर सकती है।
आपात व्यवस्था में एंबुलेंस को भी बुला सकते हैं।
क्या आप घूमने जा सकेंगे
लॉकडाउन का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि लोग एक-दूसरे के संपर्क में न आएं।
इसलिए जरूरी नहीं होने पर घर से बाहर न निकलें।
क्या शादी-विवाह के कार्यक्रम होंगे
संक्रमण फैलने के डर से किसी भी कार्यक्रम के लिए लोगों के जुटने पर पाबंदी रहेगी।
बहुत जरूरी होने पर आपको प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।
क्या निजी कर्मचारियों को काम पर जाना होगा
लॉकडाउन में सरकारी हो या निजी कंपनी सभी बंद रहेंगी। सिर्फ जरूरी विभाग के कार्यालय खुले रहेंगे
क्या होता है लॉकडाउन?
लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सती है।
क्यों करते हैं लॉकडाउन?
किसी तरह के खतरे से इंसान और किसी इलाके को बचाने के लिए लॉकडाउन किया जाता है। जैसे कोरोना के संक्रमण को लेकर कई देशों में किया गया है। कोरोनावायरस का संक्रमण एक-दूसरे इंसान में न हो इसके लिए जरूरी है कि लोग घरों से बाहर कम निकले। बाहर निकलने की स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए कुछ देशों में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो गई है।
किन देशों में है लॉकडाउन?
चीन, डेनमार्क, अल सलवाडोर, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैंड और स्पेन में लॉकडाउन जैसी स्थिति है। चूंकि चीन में ही सबसे पहले कोरोनावायरस संक्रमण का मामला सामने आया था, इसलिए सबसे पहले वहां लॉकडाउन किया गया। इटली में मामला गंभीर होने के बाद वहां के प्रधानमंत्री ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया। उसके बाद स्पेन और फ्रांस ने भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यही कदम उठाया।
कब-कब हुआ लॉकडाउन?
अमेरिका में 9/11 के आतंकी हमले के बाद वहां तीन दिन का लॉकडाउन किया गया था। दिसंबर 2005 में न्यू साउथ वेल्स पुलिस फोर्स ने दंगा रोकने के लिए लॉकडाउन किया था। * 19 अप्रैल, 2013 को बोस्टन शहर को आतंकियों की खोज के लिए लॉकडाउन कर दिया गया था। * नवंबर 2015 में पैरिस हमले के बाद संदिग्धों को पकड़ने के लिए साल 2015 में ब्रुसेल्स में पूरे शहर को लॉकडाउन किया गया था।
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