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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय अभ्यारण्य एवं उद्यान ।।

भारत के कुछ प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान पर आधारित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर ।।

(National Reserve and National Parks of India)

भारत में वर्तमान में—–

० 3 तप्त स्थल
० 104 राष्ट्रीय उद्यान
० 517 वन्यजीव अभ्यारण्य
०  7 क्षेत्र विश्व प्राकृतिक धरोहर की सूची में
० 48 टाइगर प्रोजेक्ट
०  18 जैव मण्डल रिजर्व स्थित हैं

० भारत में सर्वाधिक राष्ट्रीय उद्यान– मध्यप्रदेश(9)‚‚ अंडमान निकोबार द्वीप समुह(9) हैं
० भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान– जिम कॉरबेट नेशनल उद्यान( उतराखण्ड)
० क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान– हेमिस( लेह‚ जम्मु कश्मीर=3350 किमीं)
० और सबसे छोटा-( दक्षिणी बटन द्वीप=0.03 किमी.)
० पूर्वोतर राज्यों का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान- काजीरंगा ( एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध)
० असम मे कुल 13 वन्यजीव अभ्यारण्य हैं

उद्यान व अभ्यारण्य हैं जो हमारे हिंदुस्तांन की शोभा को दोगुना करते हैं

 अचानकमार अभ्यारण्य– बिलासपुर( छत्तीसगढ)
 भद्रा अभ्यारण्य– चिकमगलूर ( कर्नाटक)
 भीमबांध अभ्यारण्य — मुंगेर( बिहार)
 बोरी अभ्यारण्य– होशंगाबाद ( मध्यप्रदेश)
 चन्द्रप्रभा अभ्यारण्य — वाराणसी ( उत्तरप्रदेश)
 दचिगाम अभ्यारण्य– श्रीनगर ( जम्मु कश्मीर)
 डाल्मा अभ्यारण्य– सिंहभूम ( झारखण्ड)
 डाम्पा अभ्यारण्य– आइजोल ( मिजोरम)
 डण्डेली अभ्यारण्य– धारवाड़ ( कर्नाटक)
 गांधी सागर अभ्यारण्य– मंदसौर ( मध्यप्रदेश)
 गरम पानीं अभ्यारण्य– दिफू ( असम)
 केवलादेव घना पक्षी विहार — भरतपुर ( राजस्थान)
 गौतम बुद्ध अभ्यारण्य — गया ( बिहार )
 हजारीबाग अभ्यारण्य — हजारीबांग ( झारखण्ड )
 इन्टांग्की अभ्यारण्य — कोहिमा ( नागालैण्ड )
 जलदापारा अभ्यारण्य — जलपाईगुड़ी ( पं. बंगाल
 कावला अभ्यारण्य — आदिलाबाद ( आंध्रप्रदेश )
 किन्नरसांनीं अभ्यारण्य — खम्मान ( आंध्रप्रदेश )
 मानास अभ्यारण्य — बारपेट ( असम )
 मुदुमलाई अभ्यारण्य — नीलगीरी ( तमिलनाडु )
 मुकम्बिका अभ्यारण्य — दक्षिणी कनारा ( कर्नाटक़ )
 नम्दफा अभ्यारण्य — तिरप ( अरूणाचल प्रदेश 

 राष्ट्रीय़ उद्यान

 बान्धवगढ राष्ट्रीय उद्यान — शहडोल( मध्यप्रदेश )
 बान्दिपुर राष्ट्रीय उद्यान — मैसूर( कर्नाटक )
 बनरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान — बंगलोर( कर्नांटक़ )
 बोरीवीली राष्ट्रीय उद्यान — मुम्बई( महाराष्ट्र )
 कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान — नैनिताल( उत्तरांचल)
 दुधवा राष्ट्रीय उद्यान — लखीमपुर-खीरी( उत्तरप्रदेस )
 इरविकुलम राजमल्ले राष्ट्रीय उद्यान — इदुक्की( केरल )
 गिर राष्ट्रीय उद्यान — जुनागढ( गुजरात )
 कान्हा राष्ट्रीय उद्यान — मंडला( मध्य प्रदेश )
 खंगचंदाजेंदा राष्ट्रीय उद्यान — गंगटोक( सिक्कीम )
 नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान — कुर्ग( कर्नाटक )
 नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान — भंडारे( महाराष्ट्र )

 भारत क़ा एकमात्र समुद्री अभ्यारण्य — कच्छ की खाड़ी

विश्व विरासत सुची में शामिल –

 केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
 सुन्दरवन नेशनल पार्क
 नन्दादेवी राष्ट्रीय उद्यान

राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान व अभ्यारण्य

 ० रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान= सवाईमाधोपुर.
- यह राज्य का सबसे बड़ा व प्रथम राष्ट्रीय उद्यान है
- क्षेत्रफल- 282.03 वर्ग किमी.

० केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान= भरतपुर. युनेस्को की विश्व प्राकृतिक धरोहर सूची में शामिल है. 
- यह साइबेरीयन क्रेन ( सारस) के आगमन के लिए प्रसिद्ध है.. 
- कदम्ब के वृक्ष बहुतायात से पाए जाते हैं तथा पानी अंजान बांध से मिलता है..

० मुकन्दरा हिल्स राष्ट्रीय उद्यान = कोटा व चितौड़गढ में ये विस्तृत है
क्षेत्रफल- 199.55 वर्ग किमी.

० राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभ्यारण्य = कोटा. बूंदी. सवाईमाधोपुर. धौलपुर. करौली
- यह घड़ियालों के लिए प्रसिद्ध है.
- क्षेत्रफल – 274.75 वर्ग किमी.
 
० भारत में सर्वप्रथम 1894 में वन नीति घोषित की गई
० स्वतंत्रता के पश्चात 1952 में राष्ट्रीय वन नीति घोषित की गई जिसके अनुसार देश की कुल भुमि के 33 प्रतिशत भाग पर वन होने चाहिए

पदम्जा नायडु हिमालयी प्राणी उद्यान — यह उद्यान दार्जिलिंग मे स्थित ह. इसकी स्थापना पशिचम बंगाल सरकार के द्वारा एक स्वायत्तशासी संस्था के रूप मे की गई..

प्राणी उद्यान== राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, नई दिल्ली में स्थित है ! दिसम्बर ,1992 में उस उद्यान ने 1264 पशु थे ! 1992-93 में इस उद्यान मे चहारदिवारी के निर्माण ओर दरियाई घोड़े तथा बन्दरों के बाड़ों की मरम्मत व सुधार का कार्य प्रारम्भ किया गया ! चिड़ीयाघर मे बारहसिंगे,छाबर,मृग,हिमालयी काले भालू,घड़ियाल को प्रजनन द्वारा खतरे में पड़ी प्रजातियों को सरंक्षण प्रदान करने में सहयोग प्रदान किया है !

भारत के प्रमुख वन्यजीव अभ्यारण्य।।

☑️वन्य जीवों की विलुप्त होती संख्या को देखते हुए उनके संरक्षण के लिए भारत सरकार ने अनेकों वन्य जीव अभ्यारण्य और राष्ट्रीय उद्यान बनाये हैं भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान सन 1936 में बनाया गया था जिसका नाम हेली नेशनल पार्क था जिसे अब जिम कोर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता है। तो आइए देखते है कि भारत के प्रमुख वन्यजीव अभ्यारण्य कौन कौन से हैं।

✅ पलामू (बतेला) अभ्यारण्

🔶पलामू व्याघ्र आरक्षित वन झारखंड के छोटा नागपुर पठार के पलामू ज़िले में स्थित है । यह 1974 में बाघ परियोजना के अंतर्गत गठित प्रथम 9 बाघ आरक्षों में से एक है। 
🔶जिसमें पलामू वन्यजीव अभ्यारण्य का क्षेत्रफल 980 वर्ग किलोमीटर फैले भारत के सबसे पुराने टाईगर रिजर्व में से एक बेतला राष्ट्रीय पार्क है जिसे पूर्व में पलामू टाईगर रिजर्व के नाम से जाना जाता था ।
🔶 यहां बड़ी संख्या में बाघ , तेंदुआ , जंगली भालू , बंदर , सांभर , नीलगाय,जंगली सुअर, हाथी, मोर और चीतल आदि जानवर पाए जाते हैं।

✅दाल्मा वन्यजीव अभ्यारण्य

दाल्मा अभ्यारण्य झारखंड के जमशेदपुर , राँची और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के बीच बसा पूर्वी भारत के एक प्रमुख वन्यजीव अभ्यारण्य है 
🔶इस अभ्यारण्य को खास तौर पर हाथियों के संरक्षण के लिये चुना गया है। 3000 फीट की ऊँचाई पर स्थित तथा 193 वर्ग किलोमीटर में फैले इस अभ्यारण्य का उदघाटन स्वर्गीय संजय गाँधी ने किया था । 
🔶यहाँ पर जंगली जानवरों को नज़दीक से देखने के लिए अनेक जगह विशेष रूप से बनाए गए है जहाँ से पर्यटक आसानी से जंगली जानवर को देख सकते हैं । 
🔶यहाँ पर पर्यटकों के ठहरने के लिए टाटास्टील तथा वन विभाग द्वारा गेस्ट हाउस का भी निर्माण किया गया है । यहां का प्रमुख वन्यजीव हाँथी, हिरण, तेंदुआ, सांभर, जंगली सुअर है।

✅हजारीबाग वन्यजीव अभ्यारण्य

हजारीबाग में पर्यटक वन्यजीव अभ्यारण्य की सैर कर सकते हैं । 
🔶यह बहुत विशाल और खूबसूरत है। 1955 में स्थापित यह अभ्यारण्य 186 वर्ग कि.मी. में फैला हुआ है। अपनी खूबसूरती के लिए इसे पूरे विश्व में जाना जाता है । 
🔶यहां पर पर्यटक विभिन्न प्रजातियों के पेड़ – पौधों और जीव – जन्तुओं को देख सकते हैं। इसके निर्माण की प्रक्रिया में कई बांध बनाए गए हैं और अधिक का निर्माण किया जा रहा है । इसका उद्देश्य पानी का नहर बनाना है जहां जानवर गर्मियों में पानी पी सकते हैं ।

✅कैमूर वन्यजीव अभ्यारण्य

बिहार के कैमूर जिले में, भभुआ शहर के पास स्थित है । यह राज्य का सबसे बड़ा अभ्यारण्य है और लगभग 1,342 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है । बिहार सरकार ने इसे टाइगर रिजर्व में विकसित करने की योजना बनाई हैं। 
🔶यहां कुछ झरने और झीले भी हैं। यह 70 प्रजातियों के निवासी पक्षियों के लिए एक निवास स्थान है। सर्दियों में प्रवासी पक्षियों के आगमन के दौरान आप अधिक प्रजातियों के पक्षियों को देख पाएंगे । 
🔶कालीधा और अनुपम झील में मछलियां पाई जाती हैं । इस वन्यजीव अभ्यारण्य में पाए जाने वाले मुख्य जानवरों में बाघ, तेंदुआ, जंगली सुअरों, भालू , सांभर हिरण, चीतल, चौसिंगा और नीलगाय शामिल हैं

✅गिर राष्ट्रीय उद्यान

🔶पश्चिमी भारत के गुजरात में स्थित बाघ संरक्षित क्षेत्र और वन्यजीव अभयारण्य है। इसे एशियाई शेरो की रक्षा करने के लिए बनाया गया था। गिर नेशनल पार्क का कुल क्षेत्रफल 545 वर्ग मील है, जिसमें से 100 वर्ग मील पूरी तरह से राष्ट्रीय उद्यान और 445 वर्ग मील वन्यजीव अभ्यारण्य के रूप में है।
🔶भारत के गिर वन्यजीव अभ्यारण्य गुजरात में राज्य स्थित राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यप्राणी अभ्यारण्य है , जो एशिया में सिंहों का एकमात्र निवास स्थान होने के कारण जाना जाता है। सिंहदर्शन के लिए ये उद्यान एवं अभ्यारण्य विश्व में प्रवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र है । 
🔶वन्य जीवों को संरक्षण प्रदान करने के कई प्रयासों के फलस्वरूप इस अभ्यारण्य में शेरों की संख्या बढकर अब 312 हो गई है । शेर, तेंदुआ, सांबर, जंगली सुअर, और जलपक्षी यंहा की प्रमुख जीव है।

✅नल सरोवर पक्षी अभ्यारण्य

🔶भारत के गुजरात राज्य में सानंद गाँव के पास अहमदाबाद के पश्चिम में लगभग 64 किमी की दूरी पर स्थित है। जिसमें मुख्य रूप से 120.82 वर्ग किलोमीटर की झील और परिवेशीय दलदल शामिल है, इसमें लगभग 36 छोटे द्वीप हैं । यहां 200 से ज्यादा पक्षियों के प्रजातियों का वास है । 
🔶सर्दियों के मौसम में यहां साइबेरियन क्रेन के अलावा रोसी पेलिकन से लेकर ब्राह्मण बत्तख , सफेद स्टॉर्क , निटरटे , ग्रिब्स , फ्लेमिंगो , कैक्स जैसे पक्षी निवास करते हैं । नलसरोवर पक्षी अभ्यारण्य को सितंबर , 2012 से रामसर स्थल के रूप में घोषित किया गया है । गुजरात तथा पूर्वी सौराष्ट्र के मध्य स्थित है।

✅कार्बेट नेशनल पार्क

🔶उत्तराखण्ड हिमालय की तलहटी में स्थित कार्बेट नेशनल पार्क भारत के वन्यजीव अभ्यारण्य के साथ साथ दुनिया के चर्चित राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है । कुदरत ने यहां जमकर अपना वैभव बिखेरा है । 
✅स्थापना के समय उद्यान का नाम हैली 
🔶नेशनल पार्क रखा गया था । बाद में इसका नाम महान संरक्षणवादी और प्रकृतिवादी जिम कॉर्बेट के सम्मान में रखा गया । जिम कॉर्बेट ने 1907 से 1939 के बीच उत्तराखंड के कुमाऊं जिले में आदमखोर बन चुके बाघों का शिकार किया था । जिम कॉर्बेट पारिस्थितिकी और वन्यजीवों खासकर बाघों के संरक्षण के पक्ष में थे और इसी वजह से भारत में ‘ बाघ बचाओ ‘ परियोजना का शुभारंभ करने के लिए जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान को चुना गया था । 
🔶इस प्रोजेक्ट का मूल इरादा प्रकृति के पारिस्थितिकी के संतुलन को बनाए रखना और वर्तमान पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करना था।

✅दुधवा राष्ट्रीय उद्यान

🔶उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद में स्थित संरक्षित वन क्षेत्र है। यह भारत और नेपाल की सीमाओं से लगे विशाल वन क्षेत्र में फैला है । यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एवं समृद्ध जैव विविधता वाला क्षेत्र है । 
🔶यह राष्ट्रीय उद्यान बाघों और बारहसिंगा के लिए विश्व प्रसिद्ध है।दुधवा उद्यान स्थापना के समय से ही पर्यटकों , पर्यावरणविदों और वन्य – जीव प्रेमियों के आकर्षण का केन्द्र रहा है । थारू हट और सफारी की सुविधाएं पर्यटकों के आकर्षण के प्रमुख केंद्र हैं।

✅मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान

🔶यह वन्यजीव अभ्यारण्य नीलगिरि जिले के उत्तर – पश्चिम की ओर , नीलगिरि जिले में , तमिलनाडु के कोंगु नाडु क्षेत्र में कोयम्बटूर शहर से लगभग 150 किलोमीटर उत्तर – पश्चिम में स्थित है । 
🔶कर्नाटक और केरल राज्यों के साथ अपनी सीमाओं को साझा करके , अभ्यारण्य को 5 श्रेणियों में विभाजित किया गया है। मुदुमलाई वन्यजीव अभ्यारण्य केरल – कर्नाटक सीमा पर स्थित है । 321 वर्ग किमी. में फैले इस अभ्यारण्य के पास ही बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान है । इन दोनों उद्यानों को मोयार नदी अलग करती है ।

✅डम्पा टाइगर रिजर्व

🔶डम्पा टाइगर रिजर्व मिज़ोरम राज्य की राजधानी आईजोल के पास स्थित यहाँ का सबसे बड़ा वन्य जीवन अभ्यारण्य है जिसे 1985 में अधिसूचित किया गया और 1994 में इसे टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। डम्पा टाइगर रिजर्व लगभग 550 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला है।आईजोल से लगभग 130 किमी दूर स्थित दम्पा टाइगर रिजर्व की यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल के बीच है । 
🔶अभयारण्य में आने से पहले , आगंतुकों को मिजोरम के पर्यावरण और वन विभाग से संपर्क स्थापित करने की आवश्यकता होती है । यह अभ्यारण्य राज्य की उत्तरी – पश्चिमी सीमा पर स्थित है और पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ 80 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है ।

✅पेरियार वन्यजीव अभ्यारण्य

🔶पेरियार राष्ट्रीय उद्यान दक्षिण भारत के केरल राज्य में इडुक्की जिले से 60 km दूर थेक्कडी में इलायची हिल्स की पहाड़ियों के बीच स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान एक बाघ संरक्षित क्षेत्र है । 
🔶इस उद्यान की स्थापना 1950 ई . में की गयी थी और 1978 में इसे टाइगर रिजर्व घोषित किया गया । 1998 से इसे ‘ हाथी संरक्षण परियोजना ‘ के अंतर्गत भी रखा गया है । 305 वर्ग किमी में फैला यह उद्यान बायोडायवर्सिटी का एक अच्छा उदाहरण है ।
🔶यंहा की प्रमुख जीवजंतुओं में हाथी, नील गाय, साम्भर, भालू , चीता, तेन्दुआ, जंगली सूअर, बार्किंग हिरन आदि है। इस उद्यान के वन्य जीवों को भली प्रकार से देखने के लिए बोटिंग की सुविधा भी दी जाती है। यहाँ नदी के गहरे जल में हाथी तैरने का अभ्यास भी करते हैं।

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