राजामौली के निर्देशन में बनी सुपरहिट फिल्म ‘बाहुबली’ में कालकेय जनजाति (Kaalakeya Tribe) की भाषा ‘किलिकी’ (Kiliki) को लोकप्रिय बनाने के लिये एक वेबसाइट की शुरुआत की गई।
वेबसाइट:-
❇️ किलिकी भाषा को विकसित करने एवं जन-जन तक पहुँचाने के लिये www.kiliki.in वेबसाइट शुरू की गई है।
मुख्य बिंदु:-
❇️इस वेबसाइट में लगभग 3,000 शब्दों से युक्त अंग्रेज़ी-किलिकी-अंग्रेज़ी शब्दकोश, इस भाषा में परिवर्तित करने से संबंधित टूल, वीडियो और शब्दावली गेम इत्यादि सुविधाएँ हैं।
❇️ ध्यातव्य है कि यह एक काल्पनिक भाषा के रूप में शुरू हुई थी किंतु वर्तमान समय में यह भाषा व्याकरण के साथ विकसित हुई है और इसमें वार्तालाप के लिये 3000 से अधिक शब्द उपयोग किये गए हैं।
❇️ इस भाषा को बाहुबली फिल्म में गीतकार एवं फिल्म संवाद लेखक ‘मधन कार्की’ ने लगभग 750 शब्दों और 40 व्याकरण के नियमों द्वारा विकसित किया था।
❇️ मधन कार्की ने अंक और अक्षरों को मिलाकर कुल 22 प्रतीक बनाए हैं। जिनको आसानी से रिकॉल किया जा सकता है।
❇️ कार्की रिसर्च फाउंडेशन (Karky Research Foundation) किलिकी भाषा सीखने वालों के लिये नौकरी के अवसर पैदा करने की दिशा में काम कर रहा है और उसका यह प्रयास है कि किलिकी भाषा जाति, धर्म, नस्ल या देश की बाधाओं से परे दुनिया को जोड़ने में महत्त्वपूर्ण साबित होगी।
कालकेय जनजाति (Kaalakeya Tribe) के बारे में:- 👇👇
कालकेय (Kaalakeya) हिंदू पौराणिक कथाओं में असुरों का एक वर्ग है। यह दानवों का एक शक्तिशाली, क्रूर एवं हिंसक कबीला था।
❇️ कालकेय वैश्वानर (दानू का पुत्र) की पुत्री ‘कालका’ के वंशज थे। दानू एक आदिम देवी थी जिसका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है, जो कि असुरों की माँ थी।
❇️ बौद्ध धर्म में इन्हें कालकांजक (Kalakanjaka) कहा जाता है। इनका उल्लेख बौद्ध ग्रंथ महासमय सुत्त (Mahasamaya Sutta) में किया गया है।
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