ICMR वैक्सीन पोर्टल पहले चरण में कोविड -19 वैक्सीन के बारे में सभी जानकारियों को प्रदर्शित करेगा.
देश के शीर्ष चिकित्सा अनुसंधान निकाय - इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने यह घोषणा की है कि, भारत में जल्द ही अपना एक समर्पित वैक्सीन पोर्टल होगा.
वर्तमान में, ICMR भारत के पहले वैक्सीन पोर्टल को विकसित करने के लिए काम कर रहा है जो भारत में वैक्सीन विकास से संबंधित सभी जानकारियों के लिए एक डाटा संग्रह कोष के तौर पर काम करेगा. ICMR द्वारा इस वैक्सीन पोर्टल को कथित तौर पर अगले सप्ताह तक सार्वजनिक कर दिया जाएगा.
ICMR वैक्सीन पोर्टल: आपके जानने लायक जरुरी जानकारी!
• ICMR वैक्सीन पोर्टल पहले चरण में कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित सभी सूचनाओं को प्रदर्शित करेगा.
• इसके बाद, विभिन्न बीमारियों को रोकने के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी टीकों से संबंधित डाटा उपलब्ध करवा कर इस वेब पोर्टल को और मजबूत तथा उपयोगी बनाया जाएगा.
• लोगों को एक प्लेटफॉर्म के तहत भारत में वैक्सीन के बारे में सभी अपडेट मिलेंगे. वर्तमान में, सारी जानकारी बिखरी हुई है. इसलिए, ICMR इस पोर्टल को विकसित करने के लिए काम कर रहा है, क्योंकि यह जैव चिकित्सा अनुसंधान का एक संस्थान है.
• प्रारंभ में, ICMR वैक्सीन पोर्टल केवल कोविड-19 वैक्सीन के लिए डाटा प्रदर्शित करेगा. इसे बाद में अन्य टीकों के बारे में भी जानकारी दर्शाने के साथ अद्यतन किया जाएगा.
• वैज्ञानिकों के अनुसार, इस ICMR वैक्सीन पोर्टल में आम जनता के लिए विभिन्न खंड जैसेकि, कोविड-19 वैक्सीन, भारत की पहल, अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न शामिल होंगे.
• यह वैक्सीन पोर्टल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट पर उपलब्ध कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित जानकारी और सूचना हासिल करेगा.
भारत में कोविड वैक्सीन के प्रतिद्वंद्वी
वर्तमान में, भारत में तीन कोविड वैक्सीन प्रतिद्वंद्वी हैं और ये सभी नैदानिक परीक्षणों के विभिन्न चरणों में हैं.
1. COVAXIN: यह पहला वैक्सीन एक निष्क्रिय वायरस वैक्सीन है, जिसे भारत बायोटेक द्वारा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के सहयोग से विकसित किया जा रहा है.
2. ZyCOV-D: यह दूसरा वैक्सीन फार्मा वैक्सीन Zydus Cadila द्वारा तैयार किया गया ‘DNA वैक्सीन’ है.
3. ऑक्सफोर्ड वैक्सीन: यह तीसरा वैक्सीन एक ‘रिकॉम्बिनेंट ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी वैक्सीन’ है, जिसे यूके की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है. इस वैक्सीन प्रतिद्वंद्वी का विनिर्माण पार्टनर भारत का सीरम संस्थान है, जिसे ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से भारत में वैक्सीन के चरण 2 और चरण 3 के नैदानिक परीक्षणों का संचालन करने के लिए अनुमति मिली थी.
पृष्ठभूमि
भारत में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ICMR के साथ मिलकर अथक प्रयास कर रही है. जहां एक तरफ़, भारत में मास्क पहनने, हाथ की स्वच्छता और सामाजिक दूरी सहित सभी निवारक उपायों को लागू करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं वहीं, कोविड वैक्सीन का विकास करना कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई का एक महत्वपूर्ण पहलू है.
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