देश में हर साल निकलते हैं 15 लाख इंजीनियर्स, 60% रह जाते हैं बेरोजगार; इसलिए घट रहा छात्रों का रुझान।।

🛠️विश्वेश्वराया को 1995 में भारत रत्न से नवाजा* गया था। देश में बने कई बड़े नदियों के डेम, ब्रिज और पीने के पानी की स्कीम को कामयाब बनाने के पीछे विश्वेश्वराया का अहम योगदान माना जाता है।


 महान इंजीनियर मोक्षागुंडम विश्वेश्वराया के जन्मदिवस पर 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे मनाया जाता है। विश्वेश्वराया को 1995 में भारत रत्न से नवाजा गया था। देश में बने कई बड़े नदियों के डेम, ब्रिज और पीने के पानी की स्कीम को कामयाब बनाने के पीछे विश्वेश्वराया का अहम योगदान माना जाता है। इंजीनियर्स डे के मौके पर हम आपको कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स बता रहे हैं। 

तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में हर साल 15 लाख इंजीनियर्स तैयार होते हैं। इनमें साइंस, इलेक्ट्रानिक्स, सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग समेत तमाम ब्रांच शामिल हैं। भारत आईटी क्षेत्र में अग्रणी देशों में है, इसलिए यहां बड़ी संख्या में आईटी इंजीनियर्स भी हर साल निकलते हैं।

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