Follow Us 👇

Sticky

तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

सुमित्रा कुमारी सिन्हा।।

जन्म -1913
जन्म भूमि- फ़ैज़ाबाद, उत्तर प्रदेश
मृत्यु -30 सितंबर 1994
संतान - पुत्र- अजित शंकर चौधरी, पुत्री- कीर्ति चौधरी
प्रसिद्धि - कवियित्री
काल- आधुनिक काल
युग- छायावादी युग 
काव्यधारा- राष्ट्रीय चेतना प्रधान काव्य धारा के अन्तर्गत समष्टि चेतना प्रधान काव्य की कवियत्री

#रचनाएं:-

#कविता संकलन:-
विहाग (1940)
आशापर्व (1942)
बोलों के देवता (1945)
पंथिनी

#कहानी संग्रह:-

अचल सुहाग (1939)
वर्ष गाँठ (1942

#अन्य :-

 प्रसारिका, कथा कुंज, फूलों के गहने, वैज्ञानिक बोधमाला, आंचल के फूल, आँगन के फूल, दादी का मटका।

#विशेष_तथ्य:-

- इन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में सक्रिय योगदान दिया।
- इनके पुत्र अजीत कुमार सिन्हा एक प्रतिभा संपन्न लेखक थे।
-इनकी पुत्री कीर्ति चौधरी ने तार सप्तक की प्रसिद्ध कवियित्री के रूप में अपनी पहचान बनाई।
-सुमित्रा कुमारी सिन्हा आकाशवाणी लखनऊ से सम्बद्ध रहीं।
-इन्होंने बाल साहित्य के क्षेत्र में भी महत्त्वपूर्ण काम किया है।

नोट:- संकलन में कोई त्रुटि हो तो जरूर बताएं|

0 comments: