भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों ने पूर्वी लद्दाख की पैंगॉन्ग झील के तट पर राष्ट्रीय ध्वज और आईटीबीपी के झंडों के साथ 14 हजार फीट ऊंचाई पर स्वतंत्रता दिवस मनाया। जवानों ने भारत माता की जय और वन्दे मातरम् का काफी देर तक उद्घोष करके कुछ ही दूरी पर कब्जा जमाये बैठे चीनी सैनिकों को सन्देश दिया कि वे स्वतंत्रता दिवस पर भारत मां की रक्षा करने लिए मौजूद हैं।
भारत और चीन के बीच पैंगॉन्ग झील का उत्तरी तट मुख्य समस्या बना हुआ है। चीन ने पैंगॉन्ग झील में अतिरिक्त बोट और सेना की टुकड़ी को तैनात किया है। पैंगॉन्ग झील के उत्तरी किनारे पर चीन ने नए कैंप बनाने शुरू कर दिए हैं। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक फिंगर-5 और फिंगर-6 में डेरा जमाए हुए हैं। फिंगर-5 पर पीएलए नौसेना की तीन बोट और फिंगर-6 पर 10 बोट तैनात हैं। हर बोट में 10 जवान सवार हैं यानी फिंगर-4 के बेहद करीब 130 जवान तैनात हैं। इसलिए कई दौर की सैन्य वार्ताओं के बावजूद भारत और चीन के बीच पैंगॉन्ग झील का उत्तरी तट विवादित क्षेत्र बना हुआ है। चीनियों ने मई के बाद फिंगर-4 से फिंगर-8 तक 8 किलोमीटर के हिस्से पर कब्जा करने के बाद स्थायी ढांचों का निर्माण भी किया है। भारत की तरफ से साफ कहा गया कि चीन को पैंगॉन्ग एरिया में फिंगर-8 से पीछे जाना होगा लेकिन चीन इस पर बिल्कुल सहमत नहीं है।
इस सब परिस्थितियों के बावजूद चीनी सैनिकों से मुकाबला करने के लिए 14 हजार फीट ऊंचाई पर तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों ने आज स्वतंत्रता दिवस मनाया। आईटीबीपी के जवान पूर्वी लद्दाख की पैंगॉन्ग झील के तट पर राष्ट्रीय ध्वज और अपने बल के झंडों के साथ पहुंचे और एक कतार में खड़े होकर काफी देर तक भारत माता की जय और वन्दे मातरम् का उद्घोष किया। यहां से कुछ ही दूरी पर कब्जा जमाये बैठे चीनी सैनिकों को सन्देश किया वे भारत मां की रक्षा करने लिए मौजूद हैं।
(हिन्दुस्थान समाचार)
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