मूल जानना बड़ा कठिन है नदियों का, वीरों का,
धनुष छोड़कर और गोत्र क्या होता रणधीरों का ?
पाते है सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर
जाति-पाति का शोर मचाते केवल कायर, क्रूर ।।
☆राष्ट्र कवि दिनकर
धनुष छोड़कर और गोत्र क्या होता रणधीरों का ?
पाते है सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर
जाति-पाति का शोर मचाते केवल कायर, क्रूर ।।
☆राष्ट्र कवि दिनकर
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