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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

हम नवयुग की नई भारती नई आरती नवोदय विद्यालय प्रार्थना लिरिक्स


Navodaya Vidyalaya Prayer (JNV-Prayer) Lyrics, जवाहर नवोदय विद्यालय प्रार्थना JNV Anthem 

हम नवयुग की नई भारती, नई आरती,
हम स्वराज्य की रिचा नवल, भारत की नवलय हों
नव सूर्योदय, नव चंद्रोदय, हमी नवोदय हों,

रंग जाति पद भेद रहित, हम सब का एक भगवान हो
संतान हैं धरती माँ की हम, धरती पूजा स्थान हो,
पूजा के खिल रहे कमल दल, हम भव जल में हो
सर्वोदय के नव बसंत के, हमी नवोदय हो,
मानव हैं हम हलचल हम, प्रकृति के पावन वेश में,
खिलें फलें हम में संस्कृति इस, अपने भारत देश की,
हम हिमगिरि हम नदियाँ हम, सागर की लहरें हो,
जीवन की मंगलमाटी के, हमी नवोदय हो,

हरी दूधिया क्रांति शांति के, श्रम के वंदनवार हो,
भागीरथ हम धरती माँ के, सूरम पहरेदार हो,
सत शिव सुन्दर की पहचान, बनाए जग में हम,
अंतरिक्ष के यान ग्यान के, हमी नवोदय हो,

हम नवयुग की नई भारती, नई आरती,
हम स्वराज्य की रिचा नवल, भारत की नवलय हों,
नव सूर्योदय नव चंद्रोदय, हमी नवोदय हों,
हमी नवोदय हो, हमी नवोदय हो, हमी नवोदय हो,

Ham Navayug Kee Naee Bhaaratee, Naee Aaratee,
Ham Svaraajy Kee Richa Naval, Bhaarat Kee Navalay Hon
Nav Sooryoday, Nav Chandroday, Hamee Navoday Hon,

Rang Jaati Pad Bhed Rahit, Ham Sab Ka Ek Bhagavaan Ho
Santaan Hain Dharatee Maan Kee Ham, Dharatee Pooja Sthaan Ho,
Pooja Ke Khil Rahe Kamal Dal, Ham Bhav Jal Mein Ho
Sarvoday Ke Nav Basant Ke, Hamee Navoday Ho,

Maanav Hain Ham Halachal Ham, Prakrti Ke Paavan Vesh Mein,
Khilen Phalen Ham Mein Sanskrti Is, Apane Bhaarat Desh Kee,
Ham Himagiri Ham Nadiyaan Ham, Saagar Kee Laharen Ho,
Jeevan Kee Mangalamaatee Ke, Hamee Navoday Ho,

Haree Doodhiya Kraanti Shaanti Ke, Shram Ke Vandanavaar Ho,
Bhaageerath Ham Dharatee Maan Ke, Sooram Paharedaar Ho,
Sat Shiv Sundar Kee Pahachaan, Banae Jag Mein Ham,
Antariksh Ke Yaan Gyaan Ke, Hamee Navoday Ho,

Ham Navayug Kee Naee Bhaaratee, Naee Aaratee,
Ham Svaraajy Kee Richa Naval, Bhaarat Kee Navalay Hon,
Nav Sooryoday Nav Chandroday, Hamee Navoday Hon,
Hamee Navoday Ho, Hamee Navoday Ho, Hamee Navoday Ho,
Ham Navyug Ki Nayi Bharti

सरस्वती वंदना : हे स्वर की देवी माँ वाणी में मधुरता दो ।।

क्यों कहते हैं मां सरस्वती को वाणी की देवी?

सरस्वती वंदना : या कुन्देन्दुतुषारहारधवला ।

तू ही राम है तू रहीम है लिरिक्स ।।

तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।।

इतनी शक्ति हमें देना दाता ।। 

नवीन कंठ दो कि में नवीन गान  गा  सकूँ ।।

हे शारदे मां, हे शारदे मां अज्ञानता से हमें तार दे मां ।।


ham navyug ki nayi bharti lyrics, 

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