सरस्वती वंदना : या कुन्देन्दुतुषारहारधवला



या कुन्देन्दुतुषारहारधवला

या शुभ्रवस्त्रावृता,

या वीणावरदण्डमण्डितकरा 

या श्वेतपद्मासना । 

या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवः सदा पूजिता, 

सा मां पातु सरस्वति भगवती निःशेषजाड्यापहा ।।


सरस्वती वंदना : अम्ब विमल मति दे ।।

सरस्वती वंदना : हे स्वर की देवी माँ वाणी में मधुरता दो ।।

क्यों कहते हैं मां सरस्वती को वाणी की देवी?

तू ही राम है तू रहीम है लिरिक्स ।।

तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।।

इतनी शक्ति हमें देना दाता ।। 

नवीन कंठ दो कि में नवीन गान  गा  सकूँ ।।

हे शारदे मां, हे शारदे मां अज्ञानता से हमें तार दे मां ।।

0 comments:

Post a Comment

We love hearing from our Readers! Please keep comments respectful and on-topic.