_हमने यहाँ पर मंगल ग्रह के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाशित किये है. जैसा की आपने जानते है की मंगल ग्रह सौरमंडल में सूर्य से चौथा ग्रह है. मंगल ग्रह के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पृथ्वी से कई देशो ने आन्तरिक यान भेजे है. लेकिन अभी भी मंगल ग्रह पर ही कई घटनाओ के बारे में वैज्ञानिक अभी तक पता नहीं लगा पाए है. हमें यहा मंगल ग्रह पर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाशित किये है. उम्मीद करता हुए आपको हमारी यह जानकारी पसंद आयेगी._
🔸मंगल को लाल ग्रह इसलिए कहते है क्योंकि मंगल की मिटटी लौह खनिज में ज़ंग लगने की वजह से वातावरण में लाल दिखाई देती है.
🔸मंगल ग्रह के दो चंद्रमा (फ़ोबोस और डेमोस) है जिसमे से फ़ोबोस चंद्रमा बड़ा है जो की मंगल ग्रह की सतह से मात्र 6 किलोमीटर की ऊंचाई पर है.
🔸वैज्ञानिको मानना है की फ़ोबोस चंद्रमा मंगल ग्रह की तरफ झुक रहा है हो सकता है की आने वाले 5 करोड़ फ़ोबोस चंद्रमा मंगल ग्रह से टकरा जाएगा.
🔸प्लेनेटरी फूरियर स्पेक्ट्रोमीटर टीम ने वर्ष 2004 में मंगल ग्रह पर मीथेन गैस का पता लगाया था और यूरोपीय अंतरिक्ष अभिकरण (इसा) ने जून 2006 में औरोरा की खोज की थी.
🔸मंगल ग्रह सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में 687 दिन लगाता है और मंगल का एक साल धरती के 23 महीने के बराबर होगा.
🔸वैज्ञानिको मानना है की कई वर्ष पहले मंगल ग्रह पर भयंकर बाढ़ आई थी. लेकिन ये नहीं पता चला की इतना पानी आया कहा से था और अचानक कंहा चला गया.
🔸मंगल ग्रह पर जो खाई है वो पृथ्वी के सबसे बड़ी खाई से भी बहुत बड़ी है.
🔸मंगल ग्रह पर वातावरण का दबाव पृथ्वी की तुलना में बेहद कम है इसलिए वहां जीवन बहुत मुश्किल है और वंहा का वातावरण विरल है.
🔸सौरमंडल का सबसे अधिक ऊँचा पर्वत ओलम्पस मोन्स मंगल पर स्थित है जो की माउण्ट ऐवरेस्ट से 3 गुना ऊँचा है.
🔸सबसे बड़ी कैन्यन वैलेस मैरीनेरिस घाटी और दक्षिणी गोलार्ध में हेलाज प्लेनिटिया भी मंगल पर स्थित है.
🔸इस समय मंगल ग्रह पर की परिक्रमा 3 कार्यशील अंतरिक्ष यान मार्स ओडिसी, मार्स एक्सप्रेस और टोही मार्स ओर्बिटर करते है और मंगल ग्रह के भूवैज्ञानिक इतिहास को तीन प्राथमिक अवधियां (नोएचियन काल, हेस्पेरियन काल और अमेजोनियन काल) में विभाजित किया गया है.
🔸वर्ष 2001 में अमेरिका की अन्तरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगल ग्रह पर मार्स ओडिसी यान भेजा था जिसमे मंगल ग्रह पर अपने गामा रे स्पेक्ट्रोमीटर से महत्वपूर्ण मात्रा की हाइड्रोजन का पता लगाया था.
🔸मंगल ग्रह पर बड़े-बड़े तूफ़ान उठते रहते हैं जो की कभी-कभी पुरे ग्रह को ढक लेते हैं.
नासा के मंगल अन्वेषण रोवर, स्पिरिट और ओपोर्च्युनिटी ने जनवरी 2004 में सबूत दिया था की मंगल ग्रह के दोनों अवतरण स्थलों पर पूर्व में कुछ समय के लिए पानी मौजूद था.
🔸मंगल ग्रह पर पानी है पर बर्फ के रूप में जमा हुआ है मंगल ग्रह पर दो ध्रुवीय बर्फीली चोटियां है. अगर इसमें से एक दक्षिण ध्रुवीय बर्फीली चोटी पिघल जाए तो वह ग्रह के 11 मीटर हिस्से को गहरायी तक कवर कर देगी.
🔸मंगल ग्रह पर बहुत ही कम मात्र में ऑक्सीजन है लगभग 0.13% मात्र में है. बाकी कार्बन डाइऑक्साइड 95.32% मात्र है.
🔸मात्र 43% सूर्य प्रकाश ही मंगल ग्रह पर पहुच पाता है क्योंकि मगल ग्रह पृथ्वी की तुलना में सूर्य से 1.52 गुना अधिक दूर है.
🔸अगर कोई चट्टान मंगल ग्रह पर गिरेगी तो वह धीमी रफ़्तार से गिरेगी क्योंकि पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का एक तिहाई गुरुत्वाकर्षण मंगल ग्रह है.
🔸मंगल ग्रह पर सबस पहले 1965 में मैरीनर – 4 यान भेजा गया था.
🔸मंगल ग्रह पर गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के मुकाबले कम है लेकिन मंगल ग्रह पर थारसीस उभार जैसे उभारो और ज्वालामुखी की संभावना ज़्यादा रहती है.
🔸नासा का स्पिरिट रोवर 2010 तक मंगल ग्रह पर रहा था फिर उसने आंकड़े भेजना बंद नहीं कर दिया था.
🔸हमारी पौराणिक कथाओं और धर्म ग्रंथो में मंगल ग्रह को पृथ्वी का पुत्र माना गया है.
मंगल ग्रह को लाल रंग की वजह से रोम और यूनान के प्राचीन लोग युद्द का देवता मानते थे.
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