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ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन की अपार सफलता के बाद बजट 2021-22 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जल जीवन मिशन (शहरी) की शुरुआत करने का ऐलान किया है। इस मिशन के अंतर्गत ₹2,87,000 खर्च किए जाएंगे। इस योजना के तहत 4378 शहरों में पीने के पानी की सप्लाई पर काम किया जाएगा।
73वें स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त, 2019 को जल जीवन मिशन (जेजेएम) का शुभारंभ किया था। जिसके तहत 2024 तक देश के ग्रामीण घरों में पाइप जलापूर्ति की योजना है। वहीं अब इस योजना को और वृहद कर दिया गया है और शहरी क्षेत्रों में तभी लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए बजट का ऐलान कर दिया गया है।
बता दें कि पहले जल जीवन मिशन ग्रामीण के तहत बजट 2020 में 11,500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। लेकिन बाद में यह बजट बढ़ा दिया गया, जल शक्ति मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में, जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन के लिए 23,500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। इसके अलावा, 2020-21 में, ग्रामीण स्थानीय निकायों को 15वें वित्त आयोग का 50 प्रतिशत अनुदान, यानी 30,375 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जा रहा है, जिसका उपयोग जलापूर्ति और स्वच्छता के लिए किया जाएगा।
हर घर जल पहुंचाने का संकल्प
इससे गांवों में पेयजल आपूर्ति प्रणालियों के बेहतर नियोजन, कार्यान्वयन, प्रबंधन, संचालन और रखरखाव में मदद मिलेगी, ताकि लोगों को नियमित और दीर्घकालिक आधार पर पीने योग्य पानी मिलता रहे। विभिन्न राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों ने 2024 से पहले मिशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता दर्शायी है। गोवा ने पहले ही सभी घरों में नल जल आपूर्ति सुनिश्चित कर ली है।
2021 में, बिहार, पुद्दुचेरी और तेलंगाना ने सभी घरों में नल का जल कनेक्शन प्रदान करने की योजना बनाई है। इसी प्रकार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, मेघालय, पंजाब, सिक्किम राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों ने 2022 के लिए योजना बनाई है। कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़ ने 2023 में 100 प्रतिशत कवरेज की योजना बनाई है। असम, आंध्र प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों ने 2024 के लिए योजना बनाई है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अपने अभिभाषण में केंद्र सरकार के ‘हर घर जल’ योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान में अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के भाई-बहनों तथा वंचित वर्गों के अन्य लोगों को प्राथमिकता के आधार पर स्वच्छ जल के लिए नल का कनेक्शन दिया जा रहा है। कोविंद इस अभियान के तहत अब तक 3 करोड़ परिवारों को पाइप वॉटर सप्लाई से जोड़ा जा चुका है।”
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