24 फरवरी - केन्द्रीय उत्पाद शुल्क दिवस : 𝙲𝙴𝙽𝚃𝚁𝙰𝙻 𝙴𝚇𝙲𝙸𝚂𝙴 𝙳𝙰𝚈

✅ प्रतिवर्ष 24 फरवरी को केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड द्वारा देश भर में केन्द्रीय उत्पाद शुल्क दिवस (Central Excise Day) मनाया जाता है। इस दिवस को देश के प्रति केन्द्रीय उत्पाद व सीमा शुल्क बोर्ड की सेवा में योगदान देने के लिए मनाया जाता है।

▪️ मुख्य बिंदु:

इस दिवस के माध्यम से केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड के अफसरों के प्रति उनकी सेवाओं के लिए सम्मान व्यक्त किया जाता है। इसके द्वारा अफसरों को इमानदारी व निष्ठा से सेवा का निर्वहन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस दिवस को 24 फरवरी, 1944 को केंद्रीय उत्पाद शुल्क और नमक अधिनियम को लागू करने की स्मृति में मनाया जाता है।

पहले केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) का नाम केन्द्रीय उत्पाद व सीमा शुल्क बोर्ड (CBEC) था, बाद में इसे केंद्र सरकार द्वारा बदला गया।

▪️ केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) :

CBIC (Central Board of Indirect Taxes and Customs) भारत में सेवा कर, जीएसटी, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और नारकोटिक्स के लिए उत्तरदायी मुख्य राष्ट्रीय एजेंसी है। यह केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत राजस्व विभाग का हिस्सा है जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। यह भारत के सबसे पुराने सरकारी विभागों में से एक है जो 1855 में तत्कालीन ब्रिटिश गवर्नर द्वारा भारत में सीमा शुल्क कानूनों, आयात शुल्क और भूमि राजस्व संग्रह के प्रशासन के लिए स्थापित किया गया था। मार्च 2017 में इसका नाम परिवर्तित करके सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम्स (सीबीईसी) रख दिया गया था। यह केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और सेवा कर आयुक्तों, कस्टम सदनों और केंद्रीय राजस्व नियंत्रण प्रयोगशाला सहित अपने अधीनस्थ संगठनों के लिए प्रशासनिक प्राधिकरण है।

📌 आज मनाया जा रहा केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस, जानिए क्या है इसका उद्देश्य :

आज देश में 'केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस' मनाया जा रहा है। आज ही के दिन 1944 को केंद्रीय उत्पाद शुल्क और नमक कानून लागू किया गया था।

नई दिल्ली : हर साल 24 फरवरी के दिन 'केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस' मनाया जाता है। इसका संचालन केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अंतर्गत 'केंद्रीय उत्पाद और सीमा शुल्क विभाग' की ओर से किया जाता है. इसका लक्ष्य आम लोगों में उत्पाद शुल्क और सेवा शुल्क की अहमियत बताना है। 24 फरवरी, 1944 को केंद्रीय उत्पाद शुल्क और नमक कानून लागू किए जाने के उपलक्ष्य में हर साल इसे मनाया जाता है।

दरअसल, 1944 में आज ही के दिन केंद्रीय उत्पाद शुल्क और नमक कानून बनाया गया था। देश के औद्योगिक विकास में केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। देशभर में टैक्स के भुगतान को आसान बनाने के लिए इस विभाग ने टैस्ट सिस्टम में कई सुधार किए हैं, जिसमें कई प्रकार से तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया।

▪️ बोर्ड के अधिकारियों को किया जाता है सम्मानित :

'केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस' के दिन केंद्रीय उत्पाद और सीमा शुल्क बोर्ड (CBEC) की ओर से दी जा रही सेवाओं, और उनसे जुड़े अधिकारियों को सम्मानित किया जाता है। अपनी पूरी ईमानदारी से कर्तव्यों को निभाने के लिए और भविष्य में उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। इस विभाग से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी हर साल विनिर्माण क्षेत्र के माल में भ्रष्टाचार की जांच करते हैं।

▪️ उद्देश्य :

'केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस' को मनाए जाने का मुख्य लक्ष्य आम लोगों में उत्पाद शुल्क और सेवा शुल्क की अहमियत को समझाना है। आज के दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन बोर्ड की ओर से किया जाता है। इन कार्यक्रमों में जागरुकता कार्यक्रम, पुरस्कार समारोह, सेमिनार, शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं शामिल हैं।

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