✅ क्रिकेट में ड्रोन के इस्तेमाल की अनुमति देने के पीछे उद्देश्य है कि देश में इसके कमर्शियल इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही कहा कि ड्रोन नियम 2021 को लेकर कानून मंत्रालय के साथ बातचीत अंतिम दौर में है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागरिक विमानन मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को इस साल क्रिकेट मैच को मैदान के ऊपर ड्रोन के जरिए फिल्मांकन के लिए लिए सशर्त मंजूरी दे दी है। देश में इस साल होने वाले क्रिकेट मैचों की लाइव एरियल सिनेमैटोग्राफी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकेगा।
नागर विमानन मंत्रालय के संयुक्त सचिव अंबर दुबे ने बताया कि हमारे देश में 'ड्रोन इकोसिस्टम' का तेजी से विस्तार हो रहा है। कृषि, खनन, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन से लेकर खेल और मनोरंजन क्षेत्र में इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश में ड्रोन के वाणिज्यिक इस्तेमाल को बढ़ावा देने हेतु केंद्र सरकार के उद्देश्यों के तहत यह अनुमति प्रदान की गई है।
▪️ बीसीसीआई और क्विडिक से अनुरोध मिला :
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नागरिक विमानन मंत्रालय को मंजूरी प्रदान करने और सीधे प्रसारण के संबंध में रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट सिस्टम (आरपीएएस) के इस्तेमाल के लिए बीसीसीआई और क्विडिक से अनुरोध मिला था।
▪️ अनुमति देने के पीछे उद्देश्य :
क्रिकेट में ड्रोन के इस्तेमाल की अनुमति देने के पीछे उद्देश्य है कि देश में इसके कमर्शियल इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही कहा कि ड्रोन नियम 2021 को लेकर कानून मंत्रालय के साथ बातचीत अंतिम दौर में है। उम्मीद है कि मार्च 2021 तक इसकी मंजूरी मिल जाएगी।
▪️ इससे लेनी होगी मंजूरी :
बीसीसीआई को इसका इस्तेमाल करने से पहले स्थानीय प्रशासन, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया जैसे संस्थानों से मंजूरी लेनी होगी। बीसीसीआई ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल सबसे पहले आईपीएल 2021 में करेगी।
▪️ भारत में क्रिकेट मैचों के फिल्मांकन :
बयान में कहा गया कि बीसीसीआई और क्विडिक को 31 दिसंबर 2021 तक भारत में क्रिकेट मैचों के फिल्मांकन के लिए विमानन नियम, 1937 के विभिन्न प्रावधानों से सशर्त छूट दी गयी है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीआई) और नागरिक विमानन मंत्रालय ने सशर्त अनुमति प्रदान करने के लिए चार फरवरी को अलग-अलग आदेश जारी किया।
▪️ पृष्ठभूमि :
साल 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जा चुका है। हालांकि, तब यह मैच शुरू होने से पहले पिच का विश्लेषण करने तक सीमित था। अब डीजीसीए और नागर विमानन मंत्रालय की ताजा मंजूरी मिलने के बाद ड्रोन का इस्तेमाल मैच कवर करने के लिए भी किया जा सकता है।
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