👉 रेल यात्रा के दौरान आपने अक्सर देखा होगा कुछ रेलवे स्टेशनों के नाम के आगे टर्मिनल/ टर्मिनस लिखा होता है जब भी किसी के आगे सेंट्रल और किसी के आगे जंक्शन लिखा होता है। सवाल यह है कि 'जंक्शन, टर्मिनस या सेंट्रल' शब्दों का अर्थ क्या है। यह शब्द किसी भी रेलवे स्टेशन के नाम के साथ क्यों जोड़े जाते हैं। आइए सिर्फ 1 मिनट में पता करते हैं।
1. टर्मिनस/टर्मिनल (छत्रपति शिवाजी टर्मिनस)
👉जिस स्टेशन पर जाकर रेलवे ट्रैक समाप्त हो जाता है उस स्टेशन को टर्मिनस/ टर्मिनल कहा जाता है। नाम के साथ टर्मिनस/टर्मिनल जोर देने पर यह पता चलता है कि ट्रेन इस स्टेशन से आगे नहीं जाएगी। रेलवे के स्टाफ को यह पता चल जाता है कि ट्रेन का संचालन और शेड्यूलिंग कैसे करना है।
क्या आप जानते हैं कि छत्रपति शिवाजी टर्मिनल/ विक्टोरिया टर्मिनस और लोकमान्य तिलक टर्मिनल देश के सबसे बड़े टर्मिनल स्टेशन हैं।
2. सेंट्रल (मुंबई सेंट्रल)
👉किसी भी स्टेशन के नाम के आगे यदि सेंट्रल जोड़ा गया है तो इसका मतलब है कि यह स्टेशन उस क्षेत्र या शहर का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है। यहां पर यात्रियों की अत्यधिक भीड़ मौजूद है। यहां से कई प्रकार की रेल गाड़ियां गुजरती है। भारत में कुल 5 सेन्ट्रल स्टेशन हैं: त्रिवेंद्रम सेंट्रल, कानपूर सेंट्रल, मैंगलोर सेंट्रल, मुंबई सेंट्रल और चेन्नई सेंट्रल। मजेदार बात यह है कि भारत की राजधानी दिल्ली में एक भी स्टेशन सेंट्रल नहीं है।
3. जंक्शन (मथुरा जंक्शन)
👉ऐसा रेलवे स्टेशन जहां से कम से कम तीन या फिर तीन से अधिक मार्गों से आने वाली रेलगाड़ियां मिलती है, जंक्शन कहा जाता है। सरल भाषा में आप इसे रेलवे का चौक या चौराहा कह सकते हैं। भारत में सबसे ज्यादा रूट वाला रेलवे स्टेशन मथुरा जंक्शन है। इस स्टेशन से सात रूट क्रॉस करते हैं।
चलते-चलते
👉भारतीय रेलवे एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क और विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। भारत में रेलवे पटरी 92,081 किलोमीटर में फैली हुई है जो 66,687 किलोमीटर की दूरी को कवर करती है।
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