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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

प्रेमचंद ।।

👤परिचय

मूल नाम : धनपत राय

👣जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)

🗣भाषा : हिंदी, उर्दू

📚विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य

◾️मुख्य कृतियाँ

🌻उपन्यास : गोदान, गबन, सेवा सदन, प्रतिज्ञा, प्रेमाश्रम, निर्मला, प्रेमा, कायाकल्प, रंगभूमि, कर्मभूमि, मनोरमा, वरदान, मंगलसूत्र (असमाप्त)

🌼कहानी : सोज़े वतन, मानसरोवर (आठ खंड), प्रेमचंद की असंकलित कहानियाँ, प्रेमचंद की शेष रचनाएँ

🌸नाटक : संग्राम- 1923 ई., कर्बला- 1924 ई., प्रेम की वेदी- 1933 ई.

💁‍♂बाल साहित्य : रामकथा, कुत्ते की कहानी

🙇‍♂विचार : प्रेमचंद : विविध प्रसंग, प्रेमचंद के विचार (तीन खंडों में)

📇अनुवाद : आजाद-कथा (उर्दू से, रतननाथ सरशार), पिता के पत्र पुत्री के नाम (अंग्रेजी से, जवाहरलाल नेहरू)

🖨संपादन : मर्यादा, माधुरी, हंस, जागरण

◾️निधन

8 अक्टूबर 1936

◾️विशेष

प्रगतिशील लेखक संघ के स्थापना सम्मेलन (1936) के अध्यक्ष। इनकी अनेक कृतियों पर फिल्में बन चुकी हैं। विभिन्न देशी-विदेशी भाषाओं में अनुवाद। अमृत राय (प्रेमचंद के पुत्र) ने ‘कलम का सिपाही’ और मदन गोपाल ने ‘कलम का मजदूर’ शीर्षक से उनकी जीवनी लिखी हैं ।

प्रेमचंद से संबंधित कृतियां -

1. प्रेमचंद घर में - शिवरानी देवी

2. कलम का मजदूर - मदन गोपाल ( अंग्रेजी में)

3. कलम का सिपाही - अमृत राय

4. प्रेमचंद: सामंतों के मुंशी - धर्मवीर

5. प्रेमचंद: साहित्यिक विवेचना - नंददुलारे वाजपेयी

6. प्रेमचंद: एक विवेचना - इन्द्रनाथ मदान

7. प्रेमचंद: जीवन और कृतित्व - हंसराज रहबर

8. प्रेमचंद: चिंतन और कला - इंद्रनाथ मदान

9. प्रेमचंद: विश्व कोश - कमलकिशोर गोयनका

10. प्रेमचंद और उनका साहित्य - मन्मथ नाथ गुप्त

11. प्रेमचंद और गांधीवाद - रामदीन गुप्त

12. प्रेमचंद अध्ययन की नई दिशांए - क.कि.गोयनका

13. प्रेमचंद के उपन्यसों का शिल्पविधान -

क.कि.गोयनका

14. प्रेमचंद की कहानियों का कालक्रमानुसार अध्ययन

- क.कि. गोयनका

15. प्रेमचंद की उपन्यास यात्रा: नव मुल्यांकन - शैलेश

जेदी

16. प्रेमचंद और उनका युग - रामविलास शर्मा

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