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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav
तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...
कामायनी महाकाव्य के बारे में महत्तवपूर्ण कथन ।।
कबीर के विषय में प्रसिद्ध कथन ।।
❣ वन लाइनर प्रश्नोतर ❣
हिंदी पद्य की कुछ प्रमुख पंक्तियाँ ।।
हिंदी व्याकरण - कारक (Case)
हिंदी व्याकरण - कारक (Case) प्रश्नोत्तर ।।
1) 'जिसे देखता हूँ, वही स्वार्थी निकलता है',कौनसा कारक है ?माखनलाल चतुर्वेदी ।।
मध्यकालीन भारतीय आर्य भाषाओं का स्थिति काल रहा है→500 ई.पू. से 1000 ई.पू.
देवनागरी लिपि ।।
० प्राचीन देवनागरी लिपि:-
हिंदी के कुछ नए और उपयोगी तथ्य ।।
आधुनिक काल महत्वपूर्ण संग्रह ।।
हिन्दी आधुनिक काल महत्वपूर्ण संग्रह ।।
कुछ नए और उपयोगी तथ्य जो परीक्षा में आ सकते हैं -
हिंदी के कुछ नए और उपयोगी तथ्य जो परीक्षा में आ सकते हैं -
मुंशी प्रेमचंद की कहानियां स्पेशल
मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित कहानियां ।।
गजानन माधव मुक्तिबोध ।।
मुक्तिबोध जनवादी कवि👇👇
सर्वनाम की परिभाषा ।।
मुहावरे
इलाचंद्र जोशी के उपन्यासों के बारे में और महत्वपूर्ण उपन्यासों की विषय वस्तु के बारे में जानकारी ❣
प्रेमचंद ।।
👤परिचय
मूल नाम : धनपत राय
👣जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
🗣भाषा : हिंदी, उर्दू
📚विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य
◾️मुख्य कृतियाँ
🌻उपन्यास : गोदान, गबन, सेवा सदन, प्रतिज्ञा, प्रेमाश्रम, निर्मला, प्रेमा, कायाकल्प, रंगभूमि, कर्मभूमि, मनोरमा, वरदान, मंगलसूत्र (असमाप्त)
🌼कहानी : सोज़े वतन, मानसरोवर (आठ खंड), प्रेमचंद की असंकलित कहानियाँ, प्रेमचंद की शेष रचनाएँ
🌸नाटक : संग्राम- 1923 ई., कर्बला- 1924 ई., प्रेम की वेदी- 1933 ई.
💁♂बाल साहित्य : रामकथा, कुत्ते की कहानी
🙇♂विचार : प्रेमचंद : विविध प्रसंग, प्रेमचंद के विचार (तीन खंडों में)
📇अनुवाद : आजाद-कथा (उर्दू से, रतननाथ सरशार), पिता के पत्र पुत्री के नाम (अंग्रेजी से, जवाहरलाल नेहरू)
🖨संपादन : मर्यादा, माधुरी, हंस, जागरण
◾️निधन
8 अक्टूबर 1936
◾️विशेष
प्रगतिशील लेखक संघ के स्थापना सम्मेलन (1936) के अध्यक्ष। इनकी अनेक कृतियों पर फिल्में बन चुकी हैं। विभिन्न देशी-विदेशी भाषाओं में अनुवाद। अमृत राय (प्रेमचंद के पुत्र) ने ‘कलम का सिपाही’ और मदन गोपाल ने ‘कलम का मजदूर’ शीर्षक से उनकी जीवनी लिखी हैं ।
प्रेमचंद से संबंधित कृतियां -
1. प्रेमचंद घर में - शिवरानी देवी
2. कलम का मजदूर - मदन गोपाल ( अंग्रेजी में)
3. कलम का सिपाही - अमृत राय
4. प्रेमचंद: सामंतों के मुंशी - धर्मवीर
5. प्रेमचंद: साहित्यिक विवेचना - नंददुलारे वाजपेयी
6. प्रेमचंद: एक विवेचना - इन्द्रनाथ मदान
7. प्रेमचंद: जीवन और कृतित्व - हंसराज रहबर
8. प्रेमचंद: चिंतन और कला - इंद्रनाथ मदान
9. प्रेमचंद: विश्व कोश - कमलकिशोर गोयनका
10. प्रेमचंद और उनका साहित्य - मन्मथ नाथ गुप्त
11. प्रेमचंद और गांधीवाद - रामदीन गुप्त
12. प्रेमचंद अध्ययन की नई दिशांए - क.कि.गोयनका
13. प्रेमचंद के उपन्यसों का शिल्पविधान -
क.कि.गोयनका
14. प्रेमचंद की कहानियों का कालक्रमानुसार अध्ययन
- क.कि. गोयनका
15. प्रेमचंद की उपन्यास यात्रा: नव मुल्यांकन - शैलेश
जेदी
16. प्रेमचंद और उनका युग - रामविलास शर्मा