Follow Us 👇

Sticky

तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

रानी पिंगला और राजा भरथरी

एक बार की बात है। राजा भरथरी शिकार खेलने गए थे। उन्होंने वहाँ देखा कि किसी एक स्त्री ने अपने पति के शव के साथ चिता में कूद कर अपने प्राण त्याग दिए। राजा भरथरी आश्चर्य चकित हो गए उस पत्नी का अपने पति के प्रति प्यार देखकर। वे सोचने लगे कि क्या मेरी पत्नी भी मुझसे इतना प्यार करती है। अपने महल में वापस आकर राजा भरथरी जब ये घटना अपनी पत्नी पिंगला से कहते हैं, पिंगला कहती है कि वह तो यह समाचार सुनने से ही मर जाएगी। चिता में कूदने के लिए भी वह जीवित नहीं रहेगी। राजा भरथरी सोचते हैं कि वे रानी पिंगला की परीक्षा लेकर देखेंगे कि ये बात सच है कि नहीं। फिर से भरथरी शिकार खेलने जाते हैं और वहाँ से समाचार भेजते हैं कि राजा भरथरी की मृत्यु हो गई। ये खबर सुनते ही रानी पिंगला सचमुच मर जाती है। राजा भरथरी इस वियोग को सह नहीं पाते बिल्कुल टूट जाते है, अपने आप को दोषी ठहराते हैं और विलाप करने लगते हैं। दैवयोग वही कही नज़दीक बाबा गोरखनाथ ध्यान लगाये बैठे थे। राजा के विलाप से उनका ध्यान भंग हो गया। उन्होंने भरथरी के पास जाकर उनका दुःख पूछा। जब पूरी बात समझ में आयी तो बाबा ने वहीं अपनी तुमडि को लापरवाही से पटक कर तोड़ने का नाटक रचा और ख़ुद भी ज़ोर ज़ोर से विलाप करने लगे। राजा आश्चर्यचकित होकर पूछ बैठे आप क्यूँ विलाप करते हो महाराज।बाबा बोले तेरी पिंगला तो मेरी इस तुमडी के आगे कुछ भी नहीं। जब तुम उसके लिए रो रहे हो तो मैं क्यूँ ना रोउ राजा को ये बात बुरी लगी। उन्होंने कहाँ मेरी अद्भुत सुंदरी रानी और कहाँ आपकी ये मामूली सी तुमडि। दोनों का वियोग आप बराबर कैसे समझ सकते हो। बाबा गोरखनाथ ने और ज़ोर से विलाप करते हुए कहा हे मूर्ख राजा तू नहीं जनता इस तुमडि के जल से तो मैं तुम्हारी पिंगला जैसी हज़ार रानियाँ पैदा कर दूँ।ये कहते हुए बाबा ने टूटी हुयी तुमडि में बचे थोड़े से जल को हाथ में लेकर मंत्र पढ़ा और सामने हज़ारों पिंगलाएँ खड़ी हो गयीं। ये चमत्कार देख भरथरी हैरान रह गए और बाबा गोरखनाथ के चरणों में गिर गये।
भरथरी एक ऐसा चरित्र है जिसके बारे में कहा जाता है कि वे योगी बने थे। भरथरी उज्जैन का राजा था। अब भरथरी क्यों योगी बनकर राज्य छोड़कर चले गये थे, इसके बारे में अलग अलग कहानियाँ प्रचलित है जिसमें आखिर में गोरखनाथ के कृपा से सब ठीक हो जाता है और भरथरी गोरखनाथ के शिष्य बन जाते हैं।
एक कथा के अनुसार भरथरी की पत्नी पिंगला जब किसी और पुरुष से प्यार करने लगती है, भरथरी संन्यासी बनकर राज्य छोड़कर दूर चले जाते हैं। और एक कहानी बिल्कुल इसके विपरीत है जिसमें रानी पिंगला पति से बेहद प्रेम करती है।

0 comments: