टी बी या क्षय रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्यूलोसिस के द्वारा उत्पन होता है.और यह रोग खांसने,छींकने बातचीत करने तथा शरीर से निकलने वाली जल की बूंदे,लार आदि से भी फैलता है. TV से फेफड़े प्रभावित होते हैं उच्च ज्वर, खासी, लार के साथ रक्त आना,छाती में दर्द,भार में कमी आदि टी बी के लक्षण है.इन रोगों की रोकथाम प्रतिरक्षीकरण BCG के टीको के द्वारा तथा मरीज के पृथक्करण सफाई प्रतिजैविक औषधि के द्वारा की जा सकती है.
डिफ्थीरिया (diphtheria) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग कार्नीबैक्टीरियम डिफ्थीरी के द्वारा पैदा होता है.और इस रोग में लार की छोटी बूंदों के द्वारा संक्रमण भी फैलता है. हल्का ज्वर, गले का खट्टा होना आदि लक्षण अगर दिखाई देते हैं तो डिफ्थीरिया होने की संभावना होती है. प्रतिरक्षीकरण,डी पी टी (DPT) के टिक के द्वारा इस रोग को दूर किया जा सकता है.
उत्तर. यह रोग कार्नीबैक्टीरियम डिफ्थीरी के द्वारा पैदा होता है.और इस रोग में लार की छोटी बूंदों के द्वारा संक्रमण भी फैलता है. हल्का ज्वर, गले का खट्टा होना आदि लक्षण अगर दिखाई देते हैं तो डिफ्थीरिया होने की संभावना होती है. प्रतिरक्षीकरण,डी पी टी (DPT) के टिक के द्वारा इस रोग को दूर किया जा सकता है.
हैजा (Cholera) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग विब्रियो कोलरी नामक जीवाणु के द्वारा उत्पन्न होता है.यह गंदगी युक्त भोजन तथा खाद्य पदार्थ के सीधे संपर्क में आने पर फैलता है. और यह रोग होने पर प्रयासरहित जलीय मल त्याग, उल्टी, निर्जलीकरण, मांसपेशियों में ऐंठन, आदि इस रोग के लक्षण है. इस रोग को दूर करने के लिए ओ आर एस (ORS) का इस्तेमाल किया जाता है. ओ आर एस (ORS) मे 1.5 ग्राम ग्लूकोस,3.5 ग्राम NaCL,2.9 ग्राम KCL तथा 12.9 ग्राम ट्राईसोडियम सट्रेट होता है.इसे प्रति 1 लीटर पानी में घोल कर दिया जाता है जिसके इस्तेमाल से इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है.
उत्तर. यह रोग विब्रियो कोलरी नामक जीवाणु के द्वारा उत्पन्न होता है.यह गंदगी युक्त भोजन तथा खाद्य पदार्थ के सीधे संपर्क में आने पर फैलता है. और यह रोग होने पर प्रयासरहित जलीय मल त्याग, उल्टी, निर्जलीकरण, मांसपेशियों में ऐंठन, आदि इस रोग के लक्षण है. इस रोग को दूर करने के लिए ओ आर एस (ORS) का इस्तेमाल किया जाता है. ओ आर एस (ORS) मे 1.5 ग्राम ग्लूकोस,3.5 ग्राम NaCL,2.9 ग्राम KCL तथा 12.9 ग्राम ट्राईसोडियम सट्रेट होता है.इसे प्रति 1 लीटर पानी में घोल कर दिया जाता है जिसके इस्तेमाल से इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है.
टिटनेस (Tetanus) या धनुषतंबा (Lock jaw) रोग क्या होता है?
उत्तर. टिटनेस क्लास्ट्रीडियम टिटेनी जीवाणु के कारण उत्पन्न होता है. संक्रमण, जीवाणुओं के बीजाणुओं के शरीर में प्रवेश करने पर होता है यह जीवाणु,घावो, दुर्घटना तथा अनिर्जर्मी उपकरणों के इस्तेमाल से शरीर में प्रवेश करते हैं.यह जीवाणु टिटेनोस्पासिमन नमक विषैला पदार्थ स्त्रावित करते हैं जिसके बाद पेशीय दृढ़ता जबड़ा बंद होना तथा पेशियों में दर्द होना आदि लक्षण दिखाई देने लगते है.और यह रोग हो जाता है. इस रोग में घाव के बाद 24 घंटे के अंदर ए टी एस (ATS) का टीका दिया जाए तो इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है.
उत्तर. टिटनेस क्लास्ट्रीडियम टिटेनी जीवाणु के कारण उत्पन्न होता है. संक्रमण, जीवाणुओं के बीजाणुओं के शरीर में प्रवेश करने पर होता है यह जीवाणु,घावो, दुर्घटना तथा अनिर्जर्मी उपकरणों के इस्तेमाल से शरीर में प्रवेश करते हैं.यह जीवाणु टिटेनोस्पासिमन नमक विषैला पदार्थ स्त्रावित करते हैं जिसके बाद पेशीय दृढ़ता जबड़ा बंद होना तथा पेशियों में दर्द होना आदि लक्षण दिखाई देने लगते है.और यह रोग हो जाता है. इस रोग में घाव के बाद 24 घंटे के अंदर ए टी एस (ATS) का टीका दिया जाए तो इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है.
परट्यूसिस (Pertussis) या काली खांसी (Whooping Cough) रोग क्या होता है?
उत्तर. बैसिलस परट्यूसिस ग्राम नेगेटिव जीवाणु के संक्रमण के द्वारा होता है.संक्रमण सीधे संपर्क द्वारा होता है तथा जल की छोटी बूंदों द्वारा प्रारंभ में जलन, खांसी तथा ज्वर होता है. जो बाद में खांसी तथा श्लेष्म जमाव को उत्पन्न करता है.और बाद में यह रोग में बदल जाता है. डी पी टी (DPT) के टीके द्वारा इसका इलाज किया जा सकता है.
उत्तर. बैसिलस परट्यूसिस ग्राम नेगेटिव जीवाणु के संक्रमण के द्वारा होता है.संक्रमण सीधे संपर्क द्वारा होता है तथा जल की छोटी बूंदों द्वारा प्रारंभ में जलन, खांसी तथा ज्वर होता है. जो बाद में खांसी तथा श्लेष्म जमाव को उत्पन्न करता है.और बाद में यह रोग में बदल जाता है. डी पी टी (DPT) के टीके द्वारा इसका इलाज किया जा सकता है.
न्यूमोनिया (Pneumonia) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग डिप्लोकोकस न्यूमोनिआई जीवाणु के द्वारा होता है. यह लार की छोटी बूंदों में स्थानांतरित होता है. अचानक ठंडा होना, छाती में दर्द, भूरे श्लेष्म के थूक के साथ खांसी तथा तापमान में वृद्धि इसके लक्षण होते हैं.औषधियों जैसे इरिथ्रोमाइसिन, टेट्रासाइक्लिन आदि का इस्तेमाल करके इस रोग को ठीक किया जा सकता है.
उत्तर. यह रोग डिप्लोकोकस न्यूमोनिआई जीवाणु के द्वारा होता है. यह लार की छोटी बूंदों में स्थानांतरित होता है. अचानक ठंडा होना, छाती में दर्द, भूरे श्लेष्म के थूक के साथ खांसी तथा तापमान में वृद्धि इसके लक्षण होते हैं.औषधियों जैसे इरिथ्रोमाइसिन, टेट्रासाइक्लिन आदि का इस्तेमाल करके इस रोग को ठीक किया जा सकता है.
गोनोरिया (Gonorrhoea) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग निसेरिया गोनोरीयाई के द्वारा होता है.यह लैंगिक,संपर्क,समान मंत्रालय तथा समान कपड़ों से फैलता है. यह एक वेनेरल रोग या लिंग स्थानांतरित रोग है.जीवाणु जनद नलिकाओं में रहता है प्रयुक्त पदार्थ पैदा करता है जनदो के चारों ओर दर्द मूत्र निष्कासन के समय जलन होती हो तो यह इस रोग के लक्षण होते हैं. प्रतिरक्षियों का इस्तेमाल करके तथा उच्च चारित्रिक लक्षणों का वहन करके इस रोग को दूर किया जा सकता है.
उत्तर. यह रोग निसेरिया गोनोरीयाई के द्वारा होता है.यह लैंगिक,संपर्क,समान मंत्रालय तथा समान कपड़ों से फैलता है. यह एक वेनेरल रोग या लिंग स्थानांतरित रोग है.जीवाणु जनद नलिकाओं में रहता है प्रयुक्त पदार्थ पैदा करता है जनदो के चारों ओर दर्द मूत्र निष्कासन के समय जलन होती हो तो यह इस रोग के लक्षण होते हैं. प्रतिरक्षियों का इस्तेमाल करके तथा उच्च चारित्रिक लक्षणों का वहन करके इस रोग को दूर किया जा सकता है.
सिफिलिस (Syphilis) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग ट्रिपोनिमा पैलिडम (Trypanema pallidum) नमक स्पाइरोकिट किसके द्वारा पैदा होता है यह रोग लैंगिक स्पर्श के द्वारा तथा मां से बच्चे में स्थानांतरित होता है.जनदो का दर्द रहित छाले तथा स्थानीय लसीका ग्रंथियों पर सूजन,झुर्रियों, बालों का झड़ना, संधियों में सूजन तथा फ्लूनुमा बीमारी आदि इस बीमारी के लक्षण है.प्रतिरक्षण जैसे पेनिसिलिन,टेट्रासाइक्लीन, आदि के द्वारा इस बीमारी को रोका जा सकता है.
उत्तर. यह रोग ट्रिपोनिमा पैलिडम (Trypanema pallidum) नमक स्पाइरोकिट किसके द्वारा पैदा होता है यह रोग लैंगिक स्पर्श के द्वारा तथा मां से बच्चे में स्थानांतरित होता है.जनदो का दर्द रहित छाले तथा स्थानीय लसीका ग्रंथियों पर सूजन,झुर्रियों, बालों का झड़ना, संधियों में सूजन तथा फ्लूनुमा बीमारी आदि इस बीमारी के लक्षण है.प्रतिरक्षण जैसे पेनिसिलिन,टेट्रासाइक्लीन, आदि के द्वारा इस बीमारी को रोका जा सकता है.
टाइफाइड (Typhoid) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग सालमोनेला टायफी के द्वारा उत्पन्न होता है. यह खाद्य पदार्थ, दूध तथा आंत्र के मुक्तक पदार्थों से युक्त अशुद्ध जल या सीधे संपर्क या मक्खियों के द्वारा फैलता है.उच्च ज्वर विक्षतो तथा आंत्रीय दीवार में फोड़ो का होना टाइफाइड रोग के लक्षण होते है. प्रतिजैविक दोबारा इस बीमारी का उपचार किया जाता है इस बीमारी का इलाज लंबे समय तक करना चाहिए.
उत्तर. यह रोग सालमोनेला टायफी के द्वारा उत्पन्न होता है. यह खाद्य पदार्थ, दूध तथा आंत्र के मुक्तक पदार्थों से युक्त अशुद्ध जल या सीधे संपर्क या मक्खियों के द्वारा फैलता है.उच्च ज्वर विक्षतो तथा आंत्रीय दीवार में फोड़ो का होना टाइफाइड रोग के लक्षण होते है. प्रतिजैविक दोबारा इस बीमारी का उपचार किया जाता है इस बीमारी का इलाज लंबे समय तक करना चाहिए.
कोढ (Leprosy) या हेनसम का रोग क्या होता है?
उत्तर. यह माइकोबैक्टीरियम लिप्रि के द्वारा उत्पन्न होता है. प्रारंभिक संपर्क से नहीं फैलता परंतु त्वचीय विक्षतो के लंबे संपर्क नासा तथा गले के मुक्त पदार्थ इस रोग को फैलाने में सहायता करते हैं.सफाई तथा उपयुक्त औषधियों जैसे डेपसोन,रिफांपसिन,तथा चालमूगरा का तेल आदि से कोढ को रोका जा सकता है.जीवाणु शरीर में प्रवेश करता है तथा तंत्रिकाओं,तत्चा,लसिका नोड ,नेत्र, नाक ,मूख ,कंठ ,पेशियों, प्लीहा इत्यादि को नष्ट करता है.त्वचा पर धब्बे, शरीर के अंगों में निंबपन,ज्वर, अंत फोड़े,नोड्यूल्स,विक्षत,उंगलियों के आकार में बदलाव, अंगूठे तथा कटिया शरीर विभागों में संघीय धब्बों का उत्पन्न होना इस रोग के लक्षण है.
उत्तर. यह माइकोबैक्टीरियम लिप्रि के द्वारा उत्पन्न होता है. प्रारंभिक संपर्क से नहीं फैलता परंतु त्वचीय विक्षतो के लंबे संपर्क नासा तथा गले के मुक्त पदार्थ इस रोग को फैलाने में सहायता करते हैं.सफाई तथा उपयुक्त औषधियों जैसे डेपसोन,रिफांपसिन,तथा चालमूगरा का तेल आदि से कोढ को रोका जा सकता है.जीवाणु शरीर में प्रवेश करता है तथा तंत्रिकाओं,तत्चा,लसिका नोड ,नेत्र, नाक ,मूख ,कंठ ,पेशियों, प्लीहा इत्यादि को नष्ट करता है.त्वचा पर धब्बे, शरीर के अंगों में निंबपन,ज्वर, अंत फोड़े,नोड्यूल्स,विक्षत,उंगलियों के आकार में बदलाव, अंगूठे तथा कटिया शरीर विभागों में संघीय धब्बों का उत्पन्न होना इस रोग के लक्षण है.
प्लेग (Plague) / ब्यूबोनिक (काली मृत्यु) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग यह यरसिनिया पेस्टिस जीवाणुओं से उत्पन्न होता है.वह चूहे पर पाए जाने वाले रेट फिली के द्वारा मनुष्य में फैलता है.कांख तथा उपस्थित दर्दयुक्त वल्वो के रूप में सूज जाते हैं उच्च ज्वर ठंडापन,थकान रक्त स्त्राव आदि प्लेग के अन्य लक्षण हैं. प्रति प्लेग एवं कीटनाशकों के छिड़काव द्वारा इसका उपचार किया जा सकता है.
उत्तर. यह रोग यह यरसिनिया पेस्टिस जीवाणुओं से उत्पन्न होता है.वह चूहे पर पाए जाने वाले रेट फिली के द्वारा मनुष्य में फैलता है.कांख तथा उपस्थित दर्दयुक्त वल्वो के रूप में सूज जाते हैं उच्च ज्वर ठंडापन,थकान रक्त स्त्राव आदि प्लेग के अन्य लक्षण हैं. प्रति प्लेग एवं कीटनाशकों के छिड़काव द्वारा इसका उपचार किया जा सकता है.
एड्स (AIDS) रोग क्या होता है?
उत्तर. एड्स एक विषाणु जनित रोग है.एड्स का विषाणु HIV कहलाता है यह एक RNAविषाणु है. ल्यूमोन टैगनियर ने 1984 में पाश्चर इंस्टिट्यूट ऑफ पेरिस में एड्स विषाणु की खोज की.एड्स का विषाणु सर्वप्रथम बंदरों से मनुष्यों में पहुंचा सर्वप्रथम अफ्रीकी मानव में पाया गया.फेफड़ों में संक्रमण,लगातार खांसी,छाती में दर्द व लगातार ज्वर.शरीर का वजन कम होना,पेट में दर्द आदि एड्स के लक्षण है.समलिंगी या विषमलिंगी संभोग द्वारा, रक्त आदान-प्रदान द्वार ,संक्रमित सुइयों के प्रयोग से, संक्रमित माता से शिशु आदि के द्वारा एड्स फैलता है ELISA test या Western blot method द्वारा HIV प्रति कारकों की पहचान करके,CD4 कोशिकाओं की संख्या द्वारा एड्स का परीक्षण किया जाता है
उत्तर. एड्स एक विषाणु जनित रोग है.एड्स का विषाणु HIV कहलाता है यह एक RNAविषाणु है. ल्यूमोन टैगनियर ने 1984 में पाश्चर इंस्टिट्यूट ऑफ पेरिस में एड्स विषाणु की खोज की.एड्स का विषाणु सर्वप्रथम बंदरों से मनुष्यों में पहुंचा सर्वप्रथम अफ्रीकी मानव में पाया गया.फेफड़ों में संक्रमण,लगातार खांसी,छाती में दर्द व लगातार ज्वर.शरीर का वजन कम होना,पेट में दर्द आदि एड्स के लक्षण है.समलिंगी या विषमलिंगी संभोग द्वारा, रक्त आदान-प्रदान द्वार ,संक्रमित सुइयों के प्रयोग से, संक्रमित माता से शिशु आदि के द्वारा एड्स फैलता है ELISA test या Western blot method द्वारा HIV प्रति कारकों की पहचान करके,CD4 कोशिकाओं की संख्या द्वारा एड्स का परीक्षण किया जाता है
चेचक (Small pox) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह वेरीओला विषाणु से उत्पन्न होता है.यह 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में सामान्य तथा वयस्कों में कम परंतु घातक होता है.संक्रमण,मुखिय नासा,कोष्ठीय पदार्थों के मुक्त होने,फोड़े तथा धब्बों से होता है चेचक के टीके की खोज एडवर्ड जेनर ने 1798 में की थी.
उत्तर. यह वेरीओला विषाणु से उत्पन्न होता है.यह 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में सामान्य तथा वयस्कों में कम परंतु घातक होता है.संक्रमण,मुखिय नासा,कोष्ठीय पदार्थों के मुक्त होने,फोड़े तथा धब्बों से होता है चेचक के टीके की खोज एडवर्ड जेनर ने 1798 में की थी.
छोटी चेचक (chicken pox) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह वैरिसेला जूस्टर के द्वारा 14-16 दिनों की सुप्तावस्था के द्वारा फैलता है.उपचर्मीया दूरियों तथा गुलाबी केंद्रकीय धब्बो की उदर,माथे तथा चेहरे पर उपस्थित इसके लक्षण होते हैं असहजता दर्द तथा प्रत्येक दाने पर उच्च ज्वर में दर्द होता है बिना कोई निशान छोड़े समाप्त हो जाते हैं.छोटी चेचक से प्रतिरक्षण हेतु attenuated virus vaccine उपलब्ध है.
उत्तर. यह वैरिसेला जूस्टर के द्वारा 14-16 दिनों की सुप्तावस्था के द्वारा फैलता है.उपचर्मीया दूरियों तथा गुलाबी केंद्रकीय धब्बो की उदर,माथे तथा चेहरे पर उपस्थित इसके लक्षण होते हैं असहजता दर्द तथा प्रत्येक दाने पर उच्च ज्वर में दर्द होता है बिना कोई निशान छोड़े समाप्त हो जाते हैं.छोटी चेचक से प्रतिरक्षण हेतु attenuated virus vaccine उपलब्ध है.
खसरा (Measles) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रूबिओला विषाणु पोलीनोसा मार्बीलोरम द्वारा होता है.यह संपर्क संक्रमणीय पदार्थ तथा शरीर के स्त्रावित पदार्थों द्वारा फैलता है.विषाणु श्वसन तंत्र तथा कंजक्टिवा के द्वारा प्रवेश करता है.इस में खुजली, त्वचीय झुर्रियां,क्रिसेंट आकार के समूहों में लाल दाग जो कानों के पीछे से प्रारंभ होकर माथे,चेहरे तथा संपूर्ण शरीर पर फैलते हैं.इस रोग की जटिलता को रोकने के लिए प्रतिरक्षी तथा विटामिन ए दिए जाते हैं 1 साल की उम्र में एम एम आर टीकाकरण किया जाता है
उत्तर. यह रूबिओला विषाणु पोलीनोसा मार्बीलोरम द्वारा होता है.यह संपर्क संक्रमणीय पदार्थ तथा शरीर के स्त्रावित पदार्थों द्वारा फैलता है.विषाणु श्वसन तंत्र तथा कंजक्टिवा के द्वारा प्रवेश करता है.इस में खुजली, त्वचीय झुर्रियां,क्रिसेंट आकार के समूहों में लाल दाग जो कानों के पीछे से प्रारंभ होकर माथे,चेहरे तथा संपूर्ण शरीर पर फैलते हैं.इस रोग की जटिलता को रोकने के लिए प्रतिरक्षी तथा विटामिन ए दिए जाते हैं 1 साल की उम्र में एम एम आर टीकाकरण किया जाता है
गलसुआ (Mumps) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह पैराम्किसो के द्वारा उत्पन्न होता है. यह सीधे संपर्क बिंदु तरीके तथा संक्रमण पदार्थों के द्वारा स्थानांतरित होता है.रोगी निगलने तथा मुंह खोलने में परेशानी महसूस करता है.उच्च ज्वर,ठंडापन, सिर दर्द, शरीर में दर्द, भूख में कमी आदि इसके लक्षण है.
उत्तर. यह पैराम्किसो के द्वारा उत्पन्न होता है. यह सीधे संपर्क बिंदु तरीके तथा संक्रमण पदार्थों के द्वारा स्थानांतरित होता है.रोगी निगलने तथा मुंह खोलने में परेशानी महसूस करता है.उच्च ज्वर,ठंडापन, सिर दर्द, शरीर में दर्द, भूख में कमी आदि इसके लक्षण है.
पोलियो (Polio) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग पोलियो विषाणु के द्वारा उत्पन्न होता है. शिशुओं तथा बच्चों का संक्रमित रोग है.मल-मूत्र तथा नासा श्रावण,दूषित खाद्य पदार्थ,सीधे संपर्क द्वारा स्थानांतरित होता है.केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में पहुंचकर विषाणु, मेरुरज्जु की डार्सल हार्न कोशिकाओं को नष्ट कर देता है.ये कोशिकाएं पेशियों की क्रियाओं का नियमन करती है संवेदना रहित पेशियां कार्य करने में सक्षम नहीं होती जिसके परिणामस्वरूप बच्चों में लकवा हो जाता है.साल्क का टीका 6 हफ्ते,10 हफ्ते, 14 हफ्ते तथा बूस्टर खुराक 18-24 माह तथा द्वितीय बूस्टर खुराक 6 वर्ष की उम्र में देने के लिए उपलब्ध है.
उत्तर. यह रोग पोलियो विषाणु के द्वारा उत्पन्न होता है. शिशुओं तथा बच्चों का संक्रमित रोग है.मल-मूत्र तथा नासा श्रावण,दूषित खाद्य पदार्थ,सीधे संपर्क द्वारा स्थानांतरित होता है.केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में पहुंचकर विषाणु, मेरुरज्जु की डार्सल हार्न कोशिकाओं को नष्ट कर देता है.ये कोशिकाएं पेशियों की क्रियाओं का नियमन करती है संवेदना रहित पेशियां कार्य करने में सक्षम नहीं होती जिसके परिणामस्वरूप बच्चों में लकवा हो जाता है.साल्क का टीका 6 हफ्ते,10 हफ्ते, 14 हफ्ते तथा बूस्टर खुराक 18-24 माह तथा द्वितीय बूस्टर खुराक 6 वर्ष की उम्र में देने के लिए उपलब्ध है.
इन्फ्लूएंजा/फ्लू (Influenza/flu) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग मिक्सो विषाणु द्वारा होता है.यह दूषित वायु के श्वसन नली में प्रवेश के कारण फैलता है.ज्वर,सिरदर्द गले का खट्टा होना,ठंड के साथ छींकना तथा विश्रामवस्था में सिर में दर्द आदि इसके लक्षण होते हैं.इसका कोई टिक्का नहीं है स्वच्छता तथा सफाई द्वारा ही इसकी रोकथाम की जा सकती है.
उत्तर. यह रोग मिक्सो विषाणु द्वारा होता है.यह दूषित वायु के श्वसन नली में प्रवेश के कारण फैलता है.ज्वर,सिरदर्द गले का खट्टा होना,ठंड के साथ छींकना तथा विश्रामवस्था में सिर में दर्द आदि इसके लक्षण होते हैं.इसका कोई टिक्का नहीं है स्वच्छता तथा सफाई द्वारा ही इसकी रोकथाम की जा सकती है.
रेबीज (Rabies) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग रेबीज विषाणु से उत्पन्न होता है यह पागल कुत्ते या बिल्ली के काटने पर लार से मनुष्य में स्थानांतरित होता है रेबीज के आरंभिक लक्षण मुंह में से लार निकलना,घातक सिर दर्द,उच्च ज्वर,उदासी,बंद गले के कारण द्रव्यों का निगलने में कठिनाई होना आदि इसके लक्षण है. यह विषाणु मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु को नष्ट करता है. कटे हुए व्यक्ति को शीघ्र ही टीका दिया जाना चाहिए कुत्ते ने काटने की 10 दिन तक परिवर्तन देखना चाहिए जैसे अधिक भागना,दौड़ना आवाज में परिवर्तन तथा अत्यधिक लार बनना आदि
उत्तर. यह रोग रेबीज विषाणु से उत्पन्न होता है यह पागल कुत्ते या बिल्ली के काटने पर लार से मनुष्य में स्थानांतरित होता है रेबीज के आरंभिक लक्षण मुंह में से लार निकलना,घातक सिर दर्द,उच्च ज्वर,उदासी,बंद गले के कारण द्रव्यों का निगलने में कठिनाई होना आदि इसके लक्षण है. यह विषाणु मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु को नष्ट करता है. कटे हुए व्यक्ति को शीघ्र ही टीका दिया जाना चाहिए कुत्ते ने काटने की 10 दिन तक परिवर्तन देखना चाहिए जैसे अधिक भागना,दौड़ना आवाज में परिवर्तन तथा अत्यधिक लार बनना आदि
डेंगू ज्वर (Dengue fever) रोग क्या होता है?
उत्तर. DNA 1-4 विषाणु के द्वारा उत्पन्न होता है तथा मादा टाइगर मच्छर के द्वारा स्थानांतरित होता है.सिर दर्द,ज्वर, ठंडापन, संधियों में दर्द, त्वचीय झुर्रियां इसके लक्षण होते हैं यह रोग वयस्कों में घातक होता है. इसमें रुधिर कणिकाओं की संख्या 70,000 मिमी. 3 से कम होती है
उत्तर. DNA 1-4 विषाणु के द्वारा उत्पन्न होता है तथा मादा टाइगर मच्छर के द्वारा स्थानांतरित होता है.सिर दर्द,ज्वर, ठंडापन, संधियों में दर्द, त्वचीय झुर्रियां इसके लक्षण होते हैं यह रोग वयस्कों में घातक होता है. इसमें रुधिर कणिकाओं की संख्या 70,000 मिमी. 3 से कम होती है
हिपेटाइटिस (Hepatitis) रोग क्या होता है?
उत्तर. इसे सामान्यतः पीलिया भी कहते हैं. संक्रमण मुख्यतया मुख या गुदामार्ग के द्वारा होता है. आरंभ में यकृत बड़ा हो जाता है तथा भार हुआ प्रतीत होता है. ज्वर, अरूचि, मतली, उल्टी, पेशियों, तथा सिंधियों में दर्द इसके मुख्य लक्षण हैं मुत्र गहरा तथा मल पीले रंग का होता है व्यक्तिगत सफाई,उबले पानी का उपयोग,ठीक ढंग से पकाया हुआ भोजन,सफाई युक्त खाद्य उपकरण तथा मक्खियों पर नियंत्रण इसकी रोकथाम हेतु आवश्यक है
उत्तर. इसे सामान्यतः पीलिया भी कहते हैं. संक्रमण मुख्यतया मुख या गुदामार्ग के द्वारा होता है. आरंभ में यकृत बड़ा हो जाता है तथा भार हुआ प्रतीत होता है. ज्वर, अरूचि, मतली, उल्टी, पेशियों, तथा सिंधियों में दर्द इसके मुख्य लक्षण हैं मुत्र गहरा तथा मल पीले रंग का होता है व्यक्तिगत सफाई,उबले पानी का उपयोग,ठीक ढंग से पकाया हुआ भोजन,सफाई युक्त खाद्य उपकरण तथा मक्खियों पर नियंत्रण इसकी रोकथाम हेतु आवश्यक है
ऐस्कैरिएसिस (Ascarariasis) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह ऐस्कैरिस लुम्ब्रिकायडस के द्वारा उत्पन्न होता है.यह बीमारी कच्ची सब्जियों गंदे हाथों तथा संक्रमित मिट्टी के द्वारा फैलती है. इसमें मितली खांसी तथा घातक उदरीय दर्द भी होता है. सफाई तथा प्रतिहेल्मिन्थिक औषधियों का उपयोग इसकी रोकथाम हेतु किया जाता है.
उत्तर. यह ऐस्कैरिस लुम्ब्रिकायडस के द्वारा उत्पन्न होता है.यह बीमारी कच्ची सब्जियों गंदे हाथों तथा संक्रमित मिट्टी के द्वारा फैलती है. इसमें मितली खांसी तथा घातक उदरीय दर्द भी होता है. सफाई तथा प्रतिहेल्मिन्थिक औषधियों का उपयोग इसकी रोकथाम हेतु किया जाता है.
टीनीएसीस (taeniasis) रोग क्या होता है?
उत्तर.यह रोग टीनिया सोलियम अथवा फीताकृति के द्वारा उत्पन्न होता है.यह ठीक ढंग से ने पके हुये सूअर के मांस भोजन तथा कच्ची सब्जियां जो ठीक से घूली हुई न हो जब यह रोग फैलता है पाचन तंत्र में गड़बड़ी अरूची से तथा मिर्गी के समान लक्षण होते हैं.सफाई उपयोगिता पके हुए खाद्य पदार्थ तथा सफाई प्रतिहेल्मिन्थिक औषधियों का उपयोग इसकी रोकथाम हेतु किया जाता है.
उत्तर.यह रोग टीनिया सोलियम अथवा फीताकृति के द्वारा उत्पन्न होता है.यह ठीक ढंग से ने पके हुये सूअर के मांस भोजन तथा कच्ची सब्जियां जो ठीक से घूली हुई न हो जब यह रोग फैलता है पाचन तंत्र में गड़बड़ी अरूची से तथा मिर्गी के समान लक्षण होते हैं.सफाई उपयोगिता पके हुए खाद्य पदार्थ तथा सफाई प्रतिहेल्मिन्थिक औषधियों का उपयोग इसकी रोकथाम हेतु किया जाता है.
फाइलेरिएसिस (Filariasis) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह वूचेरेरिया बैन्क्रोफ्टी के द्वारा उत्पन्न होता है. यह मच्छर की क्यूलेक्स जाती के द्वारा स्थानांतरित होता है.इसमें ज्वर हो जाता है. टांगे सूज जाती है तथा हाथी के पावों के समान प्रतीत होती है. इसलिए इस रोग को हाथी पांव रोग भी कहते हैं.मच्छरों को नष्ट करना,मच्छरों को भगाने वाली क्रीम,टिकियो तथा प्रतिहेल्मिन्थिक औषधियों का उपयोग इसकी रोकथाम हेतु किया जाता है.
उत्तर. यह वूचेरेरिया बैन्क्रोफ्टी के द्वारा उत्पन्न होता है. यह मच्छर की क्यूलेक्स जाती के द्वारा स्थानांतरित होता है.इसमें ज्वर हो जाता है. टांगे सूज जाती है तथा हाथी के पावों के समान प्रतीत होती है. इसलिए इस रोग को हाथी पांव रोग भी कहते हैं.मच्छरों को नष्ट करना,मच्छरों को भगाने वाली क्रीम,टिकियो तथा प्रतिहेल्मिन्थिक औषधियों का उपयोग इसकी रोकथाम हेतु किया जाता है.
दाद (Ringworm) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग एक कवक माइक्रोस्पोर्म के द्वारा उत्पन्न होता है.यह बिना नहाए हुए बिल्लियों कुत्तों तथा संक्रमित मनुष्यों से फैलता है. इनमें दाने निकलते हैं जो बाद में लाल हो जाते हैं तथा भंगुर हो जाते हैं. इसकी रोकथाम के लिए उपयुक्त सफाई तथा स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए
उत्तर. यह रोग एक कवक माइक्रोस्पोर्म के द्वारा उत्पन्न होता है.यह बिना नहाए हुए बिल्लियों कुत्तों तथा संक्रमित मनुष्यों से फैलता है. इनमें दाने निकलते हैं जो बाद में लाल हो जाते हैं तथा भंगुर हो जाते हैं. इसकी रोकथाम के लिए उपयुक्त सफाई तथा स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए
मलेरिया (Malaria)रोग क्या होता है?
उत्तर. यह रोग प्लाज्मोडियम द्वारा फैलता है प्लाज्मोडियम के दो पोषक होते हैं. द्वितीयक पोषक तथा प्राथमिक पोषक प्लाज्मोडियम वाइवैक्स बेनिगल टरटेन मलेरिया उत्पन्न करता है प्लाज्मोडियम फैल्सिपैरम अनु मस्तिष्क और मेलिगनेंट टरटेन मलेरिया उत्पन्न करता है मलेरिया का उद्भव 18 से 24 दिनों का होता है इसमें 72 घंटे के पश्चात ज्वर होने लगता है मलेरिया की रोकथाम हेतु मच्छरदानियों या मच्छर भगाने की क्रीम आदि का इस्तेमाल करना चाहिए
उत्तर. यह रोग प्लाज्मोडियम द्वारा फैलता है प्लाज्मोडियम के दो पोषक होते हैं. द्वितीयक पोषक तथा प्राथमिक पोषक प्लाज्मोडियम वाइवैक्स बेनिगल टरटेन मलेरिया उत्पन्न करता है प्लाज्मोडियम फैल्सिपैरम अनु मस्तिष्क और मेलिगनेंट टरटेन मलेरिया उत्पन्न करता है मलेरिया का उद्भव 18 से 24 दिनों का होता है इसमें 72 घंटे के पश्चात ज्वर होने लगता है मलेरिया की रोकथाम हेतु मच्छरदानियों या मच्छर भगाने की क्रीम आदि का इस्तेमाल करना चाहिए
अमिबिएसीस ( Amebiasis) रोग क्या होता है?
उत्तर. यह एंटअमीबा हिस्टोलिटिका के द्वारा उत्पन्न होता है यह परजीवी मनुष्य की बड़ी आंत में रहता है इसरो को संक्रमण खाद्य तथा जल के साथ चतुरकेंद्रीय सिस्ट के अंतर्ग्रहण से होता है सफाई रखकर इसका उपचार किया जा सकता है
उत्तर. यह एंटअमीबा हिस्टोलिटिका के द्वारा उत्पन्न होता है यह परजीवी मनुष्य की बड़ी आंत में रहता है इसरो को संक्रमण खाद्य तथा जल के साथ चतुरकेंद्रीय सिस्ट के अंतर्ग्रहण से होता है सफाई रखकर इसका उपचार किया जा सकता है
अफ्रीका का निद्रा रोग (African sleeping sickness) रोग क्या होता है?
उत्तर. इसे ट्राईपैनोसोएमीसीस भी करते हैं यह ट्राईपैनोसोमा gambiense से उत्पन्न होता है.यह परजीवी रुधिर चूसने वाली सी सी मक्खी से फैलता है इसमें मक्खियों से बचना चाहिए तथा झाड़ियों को नष्ट करना चाहिए
उत्तर. इसे ट्राईपैनोसोएमीसीस भी करते हैं यह ट्राईपैनोसोमा gambiense से उत्पन्न होता है.यह परजीवी रुधिर चूसने वाली सी सी मक्खी से फैलता है इसमें मक्खियों से बचना चाहिए तथा झाड़ियों को नष्ट करना चाहिए
लीशमनियासिस (Leishmaniasis) रोग क्या होता है?
उत्तर. इसे सामान्यतः काला अजार कहा जाता है यह रोग लीशमैनिया डोनावेनी के द्वारा उत्पन्न होता है.यह बालू मक्खी के काटने से फैलता है इसके लक्षण और मलेरिया के लक्षण समान होते हैं जैसे अनियमित चक्रण आना इसमें यकृत एवं प्लीहा बड़ी हो जाती है।
उत्तर. इसे सामान्यतः काला अजार कहा जाता है यह रोग लीशमैनिया डोनावेनी के द्वारा उत्पन्न होता है.यह बालू मक्खी के काटने से फैलता है इसके लक्षण और मलेरिया के लक्षण समान होते हैं जैसे अनियमित चक्रण आना इसमें यकृत एवं प्लीहा बड़ी हो जाती है।
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