दीपावली/ दीवाली/ दीपोत्सव विशेष कविता
~ एक दिया ~
एक दिया सादा हो इतना , जैसे साधु का जीवन ।।एक दिया इतना सुन्दर हो , जैसे देवों का उपवन ।।
एक दिया जो भेद मिटाए , क्या तेरा क्या मेरा है ।।
एक दिया जो याद दिलाये , हर रात के बाद सवेरा है ।।
एक दिया उनकी खातिर हो , जिनके घर में दिया नहीं ।।
एक दिया उन बेचारों का , जिनको घर ही दिया नहीं ।।
एक दिया विश्वास दे उनको , जिनकी हिम्मत टूट गयी ।।
एक दिया उस राह में भी हो , जो कल पीछे छूट गयी।।
एक दिया जो अंधकार का , जड़ के साथ विनाश करे ।।
एक दिया ऐसा भी हो , जो भीतर तक प्रकाश करे ||
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