चीन में कोरोना वायरस (Corona virus) इंसान से इंसान के बीच फैल रहा है. इस वायरस से अब तक छह मौतें हो चुकी हैं. कोरोनावायरस के सामान्य लक्षणों से 300 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं. पिछली बार SARS वायरस की वजह से 800 लोगों की मौत हुई थी.
भारत सरकार ने भी इसे लेकर एक एडवाइजरी जारी की है. कोरोना वायरस को लेकर जारी चिंता के बीच भारत समेत विश्वभर के हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच हेतु इंतजाम किए जा रहे हैं. इसकी पहचान पहली बार दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में हुई थी.
कोरोना वायरस क्या है?
सार्स (SARS) वायरस परिवार का एक नया सदस्य कोरोना वायरस है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है. यह मानी जा रही है कि इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से हुई है.
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. फिर यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है. इस वायरस कि सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है.
कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है, जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है.
कोरोना वायरस से बचाव
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, कोरोना वायरस को रोकने के लिए सबसे अच्छी नीति समुद्री भोजन से बचना है. कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है. कहीं भी बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें. साफ सफाई बहुत जरूरी है.
कोरोनवायरस को रोकने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए डॉक्टर जोखिम को कम करने के लिए अन्य महत्वपूर्ण दवाओं का उपयोग कर रहे हैं. कोरोनो वायरस अगर लंबे समय तक अपना प्रभाव बनाए रखने में सफल हो जाए या घातक स्तर पर पहुंच जाए तो जान के लिए खतरा पैदा कर सकता है.
कोरोनो वायरस पर भारत सरकार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में वायरस संक्रमण के मद्देनजर विदेश मंत्रालय से 31 दिसंबर से अब तक भारतीय वीजा आवेदन करने वाले यात्रियों की सूची मांगी है ताकि उनसे संपर्क किया जा सके और परामर्श दिया जा सके. स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से यह भी आग्रह किया है कि वे चीन और उससे लगे देशों के भारतीय दूतावासों में स्थानीय भाषाओं में यात्रा परामर्श जारी करें.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एहतियाती उपाय के तौर पर, पड़ोसी देश से आने वाले यात्रियों की दिल्ली, मुंबई तथा कोलकाता हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर से जांच करने का निर्देश दिया है.
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