हाल ही में शोधकर्त्ताओं ने इन-विट्रो-फर्टिलाइज़ेशन (In-vitro-Fertilization-IVF) प्रक्रिया का उपयोग करके उत्तरी सफेद राइनो (White Rhino) का एक भ्रूण बनाया है।
•• वर्तमान में विश्व में केवल दो उत्तरी सफेद राइनो हैं।
सफेद राइनो (White Rhino) के बारे में-
•• हाथी के बाद सफेद राइनो दूसरा सबसे बड़ा स्थलीय स्तनपायी है।
•• सफेद राइनो के ऊपरी होंठ वर्गाकार होने के कारण इसे वर्गाकार होंठ वाले गैंडे (Square-lipped Rhinoceros) के रूप में भी जाना जाता है।
•• इसकी आनुवंशिक रूप से भिन्न दो उप-प्रजातियाँ (उत्तरी सफेद राइनो और दक्षिणी सफेद राइनो) मौजूद हैं और ये अफ्रीकी महाद्वीप में दो अलग-अलग क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
•• सफेद राइनो को **अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (International Union for Conservation of Nature-IUCN)** की लाल सूची में निकट संकटग्रस्त (Near Threatened) की श्रेणी में रखा गया है और इसकी उप-प्रजातियों में उत्तरी सफेद राइनो को अतिसंकट ग्रस्त (Critically Endangered) तथा दक्षिणी सफेद राइनो को निकट संकटग्रस्त (Near Threatened) की श्रेणी में रखा गया है।
अफ्रीकी राइनो के बारे में-
•• अफ्रीका महाद्वीप में एक काला राइनो भी पाया जाता है जिसकी संख्या बहुत कम बची है और इसकी तीन उप-प्रजातियाँ पहले से ही विलुप्त हो चुकी हैं।
•• काला राइनो को अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की लाल सूची में अतिसंकटग्रस्त (Critically Endangered) की श्रेणी में रखा गया है।
एशियाई राइनो के बारे में-
•• भारतीय राइनो, अफ्रीकी राइनो से अलग है और इसका केवल एक सींग होता है। इसे अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की लाल सूची में सुभेद्य (Vulnerable) श्रेणी में रखा गया है।
•• एक जावा राइनो भी है जिसका एक सींग होता है और एक सुमात्रा राइनो जिसके अफ्रीकी राइनो की तरह दो सींग होते हैं।
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