Follow Us 👇

Sticky

तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

जानिए सचिन तेंदुलकर को क्यों मिला लॉरियस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड।।

विश्व के महानतम खिलाड़ियों में गिने जाने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को 18 फरवरी 2020 को लॉरियस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड (2000-2020) दिया गया है. जर्मनी की राजधानी बर्लिन में आयोजित लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड कार्यक्रम में सचिन तेंदुलकर के नाम का घोषणा किया गया था.

यह सम्मान सचिन तेंदुलकर को प्रशंसकों के वोटों के आधार पर मिला है. खेल प्रेमियों को साल 2000 से साल 2020 तक खेल की दुनिया के ऐसे 'श्रेष्ठ पल' को चुनना था जब खेल के वजह से लोग 'बेहद असाधारण रूप से' एकजुट हुए हों.

इस पुरस्कार के लिए सचिन तेंदुलकर समेत विश्वभर से 20 दावेदार नामित हुए थे. उन सभी को पछाड़ते हुए सचिन तेंदुलकर ने यह अवॉर्ड अपने नाम कर लिया. बर्लिन में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने सचिन तेंदुलकर को लॉरियस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड 2000-2020 के विजेता बनने की घोषणा की.

लॉरियस बेस्ट स्पोर्ट मोमेंट अवॉर्ड 
प्रशसंकों ने साल 2011 में भारत के क्रिकेट चैंपियन बनने के बाद के उन लम्हों को सबसे ज्यादा वोट दिए, जब जीत का जश्न मनाते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने सचिन तेंदुलकर को कंधों पर उठा लिया था. इसी ऐतिहासिक क्षण को पिछले बीस वर्षों में 'लॉरियस बेस्ट स्पोर्ट मोमेंट' माना गया. इसी की कारण से सचिन तेंदुलकर को ये अवॉर्ड मिला है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.

साल 2011 का विश्व कप सचिन तेंदुलकर का छठा और अंतिम विश्व कप था. फ़ाइनल मैच के आख़िरी पलों में भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंका के तेज़ गेंदबाज़ नुवान कुलशेखरा की गेंद पर छक्का लगाकर जीत हासिल की थी. इसके बाद जोश में आए भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों ने दौड़ लगा दी और सचिन तेंदुलकर को कंधों पर उठाकर पूरे मैदान का चक्कर लगाया. ये दृश्य क्रिकेट प्रशंसकों के दिमाग में हमेशा-हमेशा के लिए दर्ज हो गए.

लॉरियस अवॉर्ड क्या है?
लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड का आयोजन प्रत्येक साल होता है. यह आयोजन खेल की दुनिया के खिलाड़ियों और टीमों को उनकी साल भर की उपलब्धियों हेतु सम्मानित किया जाता है. इन पुरस्कारों की शुरुआत साल 1999 से हुई थी.

यह अवॉर्ड पहली बार 25 मई 2000 को दिए गए थे. इसमें 13 अलग-अलग कैटेगरी में अवॉर्ड दिए जाते हैं. लॉरेस अकादमी के सदस्य आस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान स्टीव वा ने सचिन तेंदुलकर के नामांकन को क्रिकेट हेतु शानदार लम्हा करार दिया है.

अन्य पुरस्कार
इस साल फ़ॉर्मूला वन ड्राइवर लुइस हैमिल्टन तथा फ़ुटबॉलर लियोनेल मेसी को संयुक्त रूप से वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ़ द इयर अवॉर्ड दिया गया है. जापान में रग्बी विश्व कप जीतने वाली साउथ अफ्रीका की पुरूष रग्बी टीम (स्प्रिंगबोक्स) को टीम ऑफ द ईयर चुना गया.

0 comments: