26 जुलाई का इतिहास ।

इतिहास एक दिन में नही बनता लेकिन एक दिन अपने अंदर बहुत कुछ समाकर रखता है. इतिहास में हर दिन का अपना एक विशेष महत्व हैं. ऐसा ही एक दिन है 26 जुलाई.. जो ग्रेगोरी कैलेंडर के अनुसार, साल का 207वाँ (लीप वर्ष में 208वाँ) दिन है. वैसे तो 26 July के दिन भारत और विश्व में बहुत सी घटनाएं हुई थी जो इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर रह गई. लेकिन हम आपके समय की कदर करते हुए आपको कुछ चुनिंदा घटना ही बताएंगे जो आपको बोर नही करेगी. आइए जानते है कि आज के दिन इतिहास में क्या खास हुआ था…

1. आज ही के दिन 1847 में ‘लाइबेरिया’ को अमेरिकन औपनिवेशीकरण सोसाइटी से आज़ादी मिली थी. ख़ास बात ये है कि लाइबेरिया अफ़्रीका महाद्वीप का पहला ऐसा देश था जिसने स्वतंत्रता पाई थी।

2. आज ही के दिन 1965 में ‘मालदीव’ को ब्रिटेन से आज़ादी मिली थी. इसलिए आज यहाँ स्वतंत्रता दिवस  मनाया जाता है।

3. आज के दिन भारत में ‘कारगिल विजय दिवस’ मनाया जाता है. 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध में भारत आज ही के दिन विजयी हुआ था. यह युद्ध 60 से भी अधिक दिनों तक चला था और इसमें भारत के 527 जवान शहीद हुए थे।

4. 1745 में आज ही के दिन इंग्लैंड के Guildford में ‘महिलाओं का पहला क्रिकेट मैच’ खेला गया था. ब्रेमली और हैमेल्डन नामक दो गांवों के बीच हुए इस मैच में हैमेल्डन की टीम विजयी रही थी. हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं का पहला क्रिकेट मैच 1934 में खेला गया।

5. 1874 में आज ही के दिन महाराष्ट्र के प्रसिद्ध समाज सुधारक ‘छत्रपति शाहू महाराज’ का जन्म हुआ था. उन्होंने दलित वर्ग के बच्चों को मुफ़्त शिक्षा प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू की थी. शाहू महाराज के शासन के दौरान बाल विवाह पर प्रतिबंध लगाया गया था।

6. 1892 में आज ही के दिन देश के ग्रैंड ओल्ड मैन कहे जाने वाले ‘दादाभाई नौरोजी’ ब्रिटेन की संसद में चुने जाने वाले पहले भारतीय बने थे. वे लंदन की सेंट्रल फिंसबरी निर्वाचन क्षेत्र से 1892 से 1895 के बीच सांसद रहे थे।

7. 1956 में आज ही के दिन मिस्र के राष्ट्रपति कर्नल नासिर ने एशिया और यूरोप को जोड़ने वाली ‘स्वेज नहर’ का राष्ट्रीयकरण किया गया था ताकि आसवान बांध के निर्माण के लिए कोष की व्यवस्था की जा सके. आपको बता दें, कि स्वेज नहर दुनिया के देशों के बीच व्यापार का अहम जलमार्ग है।

8. 2006 में आज ही के दिन सौर ऊर्जा से चलने वाले पहले विमान ने धरती का चक्कर लगाया था. ‘इंपल्स-2’ नाम के इस विमान में 17 हजार सोलर सेल लगे थे और इसका कुल वजन 2.4 टन था. पायलट ‘बट्रैंड पिक्कर्ड’ और ‘एंड्रे बॉशबर्ग’ ने 70 किमी/घंटे की रफ्तार से 505 दिनों में 42 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी करके इसे अबूधाबी में उतारा था।

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