➡️ हाल ही में कोरोना काल में जमात में शामिल होने के अपराध में गिरफ्तार तबलीगी जमात के कई विदेशी सदस्यों को Plea Bargaining के माध्यम से न्यायायिक मामलों से रिहाई प्रदान की गयी है।
➡️ Plea Bargaining के अंतर्गत आरोपित व्यक्ति अपराध स्वीकार कर लेता है और अभियोजन पक्ष से कम सजा की मांग करता है|
➡️ Plea Bargaining में अभियुक्त और अभियोजक के बीच मामले की सुनवाई से पूर्व समझौता किया जाता है।
✅ अपराध दण्ड सौदेबाजी
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➡️ स्थापित
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✔️CrPC में वर्ष 2006 में संशोधन करके लागू किया गया|
✔️इसके लिए CrPC के अध्याय XXI-A की धारा 265A से लेकर धारा 265L तक संशोधन|
➡️ लागू
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✔️कोई आरोपी व्यक्ति, जिसने मृत्युदंड, आजीवन कारावास, अथवा सात साल से अधिक की सजा प्रदान किये जाने वालें अपराध नही किये हों|
➡️ लाभ
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✔️शीघ्र सुनवाई
✔️मामलों के परिणाम पर अनिश्चितता समाप्त
✔️केस की लागत से मुक्ति
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