➡️ रेलवे ट्रैक पर हाथियों के आने से अकसर आपने दुर्घटनाओं की खबरें सामने आती है|
➡️ लेकिन पिछले समय से हाथियों के साथ यह दुर्घटनाएं नहीं हो रही हैं। इसका श्रेय रेलवे के प्लान bee को जाता है।
✅ प्लान-बी
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➡️ इसके तहत रेलवे ने डिवाइस खरीदी हैं। ये डिवाइस रेलवे पटरियों के पास ऐसी जगहों पर लगाई गई हैं, जिनसे मधुमक्खियों के जैसी आवाज आती है। यह आवाज इतनी तीखी होती है कि हाथी रेलवे पटरियों की ओर नहीं आते।
➡️ कीमत- 2000 रुपए
➡️ आवाज- 600 मीटर दूर तक
➡️ इस तरह हाथी जैसे ही पटरियों की ओर रुख करते हैं तो आवाज सुनकर वे उल्टे पांव वापस हो जाते हैं।
✅ हाथी संरक्षण
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➡️ वर्ष 1992 में प्रोजेक्ट ऐलीफेंट के अंतर्गत हाथी संरक्षण क्षेत्र बनाने का निर्णय|
➡️ वर्ष 2013 में ”एलिफैंट 50:50 फोरम” बनाने का निर्णय|
➡️ देश में पहला हाथी पुनर्वास केंद्र- हरियाणा में
➡️ अक्टूबर 2010 में- राष्ट्रीय विरासत पशु घोषित|
✅ भारत मे हाथी
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➡️ कर्नाटक
➡️ असम
➡️ केरल
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