देश में कोरोना केस 96 हजार से भी पार पहुंच गये हैं, हांलाकि टेस्टिंग की रफ्तार भी बढ़ने से केस जल्दी सामने आ रहे हैं। इस बीच योगी सरकार ने भी ऑन डिमांड भी कोरोना जांच करने की अनुमिती दे दी है। जिससे अगर किसी को लक्षण आते हैं तो तुरंत बिना डॉक्टर को दिखाये भी कोरोना की जांच करा सकता है। इसके अलावा कई सरकारी परीक्षाओो, दूसरे देश या स्टेट की यात्रा के लिये जाने वालों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि ऑन डिमांड भी कोरोना जांच अब करायी जा सकती है। इसकी स्वीकृति को लेकर शासनादेश जारी कर दिया गया है। इसमें अगर किसी व्यक्ति को पता चलता है कि वह कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आया है, उसे कुछ लक्षण महसूस हो रहे हों, विदेश या ऐसी जगह जाने के लिए जहां कोविड निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट होना जरूरी हो, तो ऐसे मामलों में डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के बिना भी अब कोविड टेस्ट कराया जा सकता है।
संक्रमण को नियंत्रित करने में मिली सफलता
इस दौरान उन्होंने बताया कि देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 4.14 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह दर 8.44 प्रतिशत है। यानि राष्ट्रीय औसत से आधी दर पर राज्य है। इससे साबित है कि उत्तर प्रदेश संक्रमण को नियंत्रित करने में सफल रहा है।
एक दिन में 1.50 लाख कोरोना नमूनों की जांच
राज्य की विभिन्न प्रयोगशालाओं में गुरुवार को कुल 1,50,652 कोरोना नमूनों की जांच की गई। इनमें 50,076 आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए। प्रदेश में पहली बार एक दिन में पचास हजार से अधिक आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए हैं। इसके साथ ही राज्य में अब कुल जांच का आंकड़ा 72,17,980 हो गया है। उत्तर प्रदेश कोरोना जांच के मामले में देश में अव्वल बना हुआ है।
1.44 लाख लोगों ने होम आइसोलेशन की सुविधा का लिया लाभ
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में कुल सक्रिय मरीजों में से 34,920 लोग होम आइसोलेशन यानि घर पर रहकर इलाज की सुविधा का लाभ ले रहे हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों और होटल में एल-1 प्लस की सेमिपेड फैसिलिटी सुविधा का लाभ भी लोग उठा रहे हैं। वहीं इनके अलावा शेष राज्य सरकार की एल-1, एल-2 व एल-3 की व्यवस्था के तहत सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। अभी तक कुल 1,44,147 लोग होम आइसोलेशन की सुविधा का लाभ ले चुके हैं, जिनमें से 1,09,227 लोगों के इलाज का समय पूरा होने पर उन्हें डिस्चार्ज घोषित कर दिया गया है।
ई-संजीवनी पोर्टल से गुरुवार को 2,153 लोगों ने उठाया लाभ
इसके साथ ही ई-संजीवनी पोर्टल का प्रदेश के लोग लगातार इस्तेमाल कर रहे हैं, इस पोर्टल से घर बैठे डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं। गुरुवार को 2,153 लोगों ने इस सुविधा का लाभ उठाया। अब तक कुल 70,409 लोग इस पोर्टल के जरिए चिकित्सीय लाभ ले चुके हैं।
आपको बता दें कि प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब बढ़कर 67,321 हो गई है। राज्य में कुल 2,27,442 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होने के बाद घर भेजे जा चुके हैं। वहीं अब तक 4,282 लोगों की संक्रमण के बाद मौत हुई है।
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