अगस्त 2020 में, भारत के इस केंद्रीय बैंक (आरबीआई) ने वित्तीय क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब स्थापित करने की घोषणा की थी.
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 17 नवंबर, 2020 को जारी किये अपने एक बयान में यह बताया है कि, इंफोसिस के सह-संस्थापक एवं पूर्व सह-अध्यक्ष, सेनापति (क्रिस) गोपालकृष्णन को रिजर्व बैंक हब (RBIH) के पहले अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया है. वर्तमान में, वे स्टार्ट-अप विलेज के प्रमुख मेंटर हैं जो विभिन्न स्टार्ट-अप के लिए एक ऊष्मायन केंद्र (इन्क्यूबेशन सेंटर) है.
अगस्त 2020 में, भारत के इस केंद्रीय बैंक (आरबीआई) ने वित्तीय क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब स्थापित करने की घोषणा की थी. यह प्रक्रिया प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के साथ-साथ एक ऐसा वातावरण तैयार करेगी जो नवाचार को बढ़ावा और सुविधा प्रदान करेगा.
RBIH के कार्य
रिजर्व बैंक इनोवेशन हब एक ऐसे इकोसिस्टम का निर्माण करेगा जो वित्तीय सेवाओं और उत्पादों तक पहुंच को बढ़ावा देने पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा.
रिजर्व बैंक द्वारा बनाया गया यह हब प्रौद्योगिकी उद्योग, वित्तीय क्षेत्र के संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी सहयोग करेगा. यह फिनटेक (फाइनेंस एंड टेक्नोलॉजी) अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए आंतरिक बुनियादी ढांचे को विकसित करने के साथ-साथ स्टार्ट-अप्स और इनोवेटर्स के साथ मिलकर भी काम करने को बढ़ावा देगा.
RBIH की गवर्निंग काउंसिल
रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब (RBIH) एक गवर्निंग काउंसिल के माध्यम से निर्देशित और प्रबंधित किया जाएगा, जिसका एक अध्यक्ष होगा. गवर्निंग काउंसिल के अन्य सदस्य हैं:
सीईओ (अभी यह नियुक्ति होनी है)
अशोक झुनझुनवाला (IIT, मद्रास में इंस्टीट्यूट प्रोफेसर)
कृष्णमूर्ति (आईआईएससी, बेंगलुरु के प्रधान अनुसंधान वैज्ञानिक)
गोपाल श्रीनिवासन (सीएमडी, टीवीएस कैपिटल फंड)
ए. पी. होटा (एनपीसीआई के पूर्व सीईओ)
मृत्युंजय महापात्रा (सिंडिकेट बैंक के पूर्व सीएमडी)
टी. रबि शंकर (आरबीआई के कार्यकारी निदेशक)
दीपक कुमार (सीजीएम, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, आरबीआई)
के. निखिला (निदेशक, विकास और अनुसंधान, बैंकिंग प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद).
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