इसमें वैश्विक महामारी के प्रभाव और वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए जरूरी कदमों पर चर्चा की जाएगी. इससे विश्वभर में अभी तक 15 लाख लोगों की मौत हो चुकी है.
विश्व के कम से कम 100 नेता और अनेक मंत्री 03 दिसंबर 2020 से शुरू हो रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) के कोविड-19 पर विशेष सत्र को संबोधित करेंगे. इसमें वैश्विक महामारी के प्रभाव और वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए जरूरी कदमों पर चर्चा की जाएगी.
इससे विश्वभर में अभी तक 15 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस कोरोना टीकों को वैश्विक जन संपत्ति मानने पर जोर देंगे, ताकि महामारी से निपटने में कारगर कोई भी टीका सभी के लिए सुलभ हो. इस गंभीर कोरोना वायरस ने अब तक 1.5 मिलियन लोगों की जान ले ली है अमीर और गरीब देशों में लाखों लोगों को बेरोजगार कर दिया.
कोविड -19 से लड़ने हेतु युद्धकालीन योजना
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के 80 प्रतिशत के भागीदार दुनिया के सबसे अमीर देशों के 20 नेताओं को मार्च के अंत में एक पत्र भेजा था कि वे कोविड -19 से लड़ने के लिए "युद्धकालीन" योजना बनाएं और कोरोना वायरस को खत्म करने हेतु सहयोग करें.
वैक्सीन डेवलपर्स को एक साथ लाने की जरूरत
जनरल असेंबली के प्रवक्ता ब्रेंडेन वर्मा ने कहा कि इस विशेष बैठक का मुद्दा कोविड-19 की मुसीबत पर बहुपक्षीय और सामूहिक तरीके से अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए ठोस कार्रवाई करना है. उन्होंने कहा कि महामारी के लिए वर्तमान में कई प्रतिक्रियाएं हैं, लेकिन अब सभी देशों, संयुक्त राष्ट्र, निजी क्षेत्र और वैक्सीन डेवलपर्स को एक साथ लाने की जरूरत है.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के पास स्थिति बेहतर
महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने कहा कि यह कोविड-19 को मात देने के लिए हमें एक ऐतिहासिक क्षण प्रदान करेगा. कई टीकों को मंजूरी मिलने की खबरों और विश्व में इससे निपटने के लिए खरबों डॉलर खर्च किए जाने के बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के पास स्थिति बेहतर करने का एक अनूठा मौका है.
विश्व नेतृत्व के लिए संयुक्त राष्ट्र की ओर देख रहा है. दो दिवसीय इस विशेष सत्र में 03 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के भाषण के बाद लगभग 140 से अधिक देशों के नेता तथा मंत्री सत्र को संबोधित करेंगे.
सत्र को संबोधित करने वालों की सूची में
सत्र को संबोधित करने वालों की सूची में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और यूरोपीय संघ के प्रमुख चार्ल्स माइकल का नाम शामिल है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी
अमेरिका के स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्री एलेक्स एजर इस उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करेंगे. 04 दिसंबर को ऑनलाइन तीन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला का पहले से रिकॉर्ड किया गया संबोधन चार दिसंबर को इस सत्र में चलाया जाएगा.
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