●वर्ष 1985 के बाद से प्रत्येक वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।
उद्देश्य :
●राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में युवाओं के महत्व के बारें में जागरूक स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों को सम्मान देने हेतु राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।
●उन्होंने हमेशा युवाओं की क्षमता का दोहन करने पर ध्यान केंद्रित किया। शिक्षा व शांति के हथियार से दुनिया को जीतने की प्रेरणा उन्होंने हमेशा युवा पीढ़ी को दी ताकि वे देश हित में अपना श्रेष्ठ योगदान दे सकें।
स्वामी विवेकानंद (वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु)
(12 जनवरी 1863 - 4 जुलाई 1902)
जन्म स्थान – कलकत्ता (कोलकाता)
मृत्यु - 4 जुलाई 1902 बेलूर मठ, ब्रिटिश राज (अब बेलूर, पश्चिम बंगाल)
बचपन का नाम – नरेन्द्र दत्त
शिक्षा :
●वर्ष 1881 - ललित कला की परीक्षा उत्तीर्ण की
●वर्ष 1884 - स्नातक (कला)
●पश्चिमी दर्शन और यूरोपीय इतिहास का अध्ययन जनरल असेंबली इंस्टिटूशन (वर्तमान में स्कॉटिश चर्च कॉलेज) में किया था।
●गुरु - रामकृष्ण परमहंस
लोकप्रिय कथन :
●"उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो।
दर्शन व साहित्य :
●आधुनिक वेदांत, राजयोग (पुस्तक)
विशेष :
●वर्ष 1893 - शिकागो में विश्व धर्म संसद में उनका भाषण जो "अमेरिका की बहनों और भाइयों" के संबोधन के साथ शुरू हुआ था वह दर्शन की दुनिया में आज भी एक आदर्श है।
●रामकृष्ण मठ, रामकृष्ण मिशन और वेदांत सोसाइटी की नींव रखी।
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