उद्देश्य :
• मतदाताओं के पंजीकरण में वृद्धि करना, विशेषकर युवा मतदाताओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के साथ ही सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार सुनिश्चित करना है।
शुरुआत :
• 25 जनवरी 1950 को 'भारत निर्वाचन आयोग' की स्थापना हुई थी इसलिए वर्ष 2011 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा इस दिन को राष्ट्रीय मतदाता दिवस घोषित किया गया। इस समय यूपीए की सरकार तथा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे।
क्यों मनाया जाता है?
• सर्वप्रथम समावेशी (Inclusive) और दूसरा गुणात्मक भागीदारी (Qualitative Participation)। इसका मकसद था कि कोई भी मतदाता मतदान करने में पीछे न रह जाए। चुनाव आयोग इस दिन ऐसे मतदाताओं की पहचान करता है, जिनकी उम्र 18 साल हो चुकी हो। उन सभी के नाम मतदाता सूची में शामिल किए जाते हैं।
कैसे मनाया जाता है?
• इस दिन थीम के अनुसार सरकार द्वारा खासकर नए (जिनके नाम अब तक मतदाता सूची में नहीं) मतदाताओं को जागरूक करने हेतु अभियान चलाया जाता है।
• इस दिन नेशनल अवॉर्ड से चुनाव प्रक्रिया में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाता है।
भारत में वोटर कौन है?
• भारत के संविधान के मुताबिक, जो भारत का नागरिक है और जिसकी उम्र 18 साल या उससे ज्यादा है। बिना किसी भेदभाव या सिटीजनशिप एक्ट के तहत इन लोगों को वोटिंग अधिकार दिया जाता है।
• इंडियन पासपोर्ट धारक NRI के पास भी वोट देने का अधिकार होता है।
चुनाव आयोग की भूमिका ?
• संविधान के आर्टिकल 324 के अंतर्गत आने वाली इस संवैधानिक संस्था में राष्ट्रपति की तरफ से नियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त और दो अन्य आयुक्त समेत तीन प्रमुख सदस्य होते हैं जिनका कार्यकाल 6 साल का होता है।
• देश में होने वाले सभी चुनावों को आयोजित करने की जिम्मेदारी इसी आयोग की होती है।
• इसमें लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव शामिल हैं।
• चुनाव के सभी दिशा- निर्देश तय करता है। जो उम्मीदवारों सहित सभी राजनीतिक दल पर लागू होते हैं। अगर चुनाव के दौरान इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन होता है, तो चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की जा सकती है।
• यह संस्था चुनाव से जुड़े तमाम फैसले खुद लेती है।
• चुनाव के खर्चों पर नजर रखने के लिए इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) के अफसर इलेक्शन ऑब्जर्वर के रूप में होते हैं।
भारत में मतदाता :
• लोकसभा व विधानसभा में क्रमशः 542 व 4126 सीटें हैं जिन पर 91.05 करोड़ मतदाता है। जिनमें पुरुष तहत महिलाएं क्रमश: 42.26 तथा 43.78 करोड़ हैं।
• भारत में अन्य देशों के मुकाबले करीब 25 लाख जनता पर एक सांसद है।
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