✅ केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने एक नई योजना शुरू की है जो डिजी लॉकर के साथ पासपोर्ट सेवाओं को एकीकृत करती है। इस योजना की शुरुआत के साथ, भारत में पासपोर्ट आवेदन अब और भी आसान हो गया था।
▪️ मुख्य बिंदु:
• अब आवेदक भारत में कहीं से भी पासपोर्ट से संबंधित सेवाओं के लिए आवेदन करते समय DigiLocker प्लेटफॉर्म का लाभ उठा सकते हैं।
• नई योजना पासपोर्ट के लिए आवेदन करते समय आवेदकों के विशिष्ट दस्तावेजों को लिंक प्रदान करेगी जो उन्होंने डिजीलॉकर में अपलोड किए हैं।
• इस प्रकार, आवेदक अब कागज रहित मोड में अपने दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं। उन्हें मूल दस्तावेजों को ले जाने की आवश्यकता नहीं है।
• एक बार पासपोर्ट DigiLocker में भी अपलोड हो जाने के बाद, अधिकृत उपयोगकर्ता किसी भी स्थान से अपना पासपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं।यह उपयोगकर्ताओं को पासपोर्ट खो जाने की स्थिति में मदद करेगा।
▪️ पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम :
पासपोर्ट सेवाओं की डिलीवरी में सुधार के लिए वर्ष 2010 में पासपोर्ट कार्यक्रम शुरू किया गया था। इसके अलावा, इस कार्यक्रम ने पिछले छह वर्षों में एक बड़ा डिजिटल परिवर्तन पेश किया है।
▪️ डिजिटल लॉकर :
डिजिलॉकर डिजिटल इंडिया मिशन के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है। इस पहल का उद्देश्य भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज में बदलना है। यह प्लेटफ़ॉर्म नागरिकों को सार्वजनिक क्लाउड पर एक निजी स्थान प्रदान करता है। इस प्लेटफार्म पर दस्तावेजों और प्रमाणपत्रों को अपलोड किया जा सकता है।
▪️ ePassport :
इसके अलावा, मंत्रालय अपने नागरिकों के लिए ePassport भी लेकर आएगा। ePassport सुरक्षा को बढ़ाएगा और विदेशी हवाई अड्डों पर आव्रजन प्रक्रियाओं की सुविधा में सुधार करेगा। इसके अलावा, पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम V2.0 में, सरकार उभरती हुई तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), चैट-बॉट, मशीन लर्निंग, रोबोट प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) और एनालिटिक्स का उपयोग करेगी।
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