❇️ 14th सितंबर
🔸हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है क्योंकि देवनागिरी लिपि में हिंदी भाषा को भारत में आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था।
🔸हिंदी को राजभाषा के रूप में अपनाने के उनके प्रयासों के लिए यह दिन 14 सितंबर, 1949 को बोहर राजेंद्र सिंह की जयंती भी है।
🔸भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार, भारत में 22 अनुसूचित भाषाओं में से हिंदी को आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाया गया है।
🔸 सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाएँ (डेटाबेस एथनोलॉग का 22वां संस्करण )
1. अंग्रेजी (1132 मिलियन )
2. मंदारिन (1117 मिलियन )
3. हिंदी (615 मिलियन )
🪴 1950 में हिंदी भाषा को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था
🪴 पृथ्वीराज रासो हिंदी साहित्य में लिखी गई पहली महाकाव्य कविता थी।
🪴 बिहार हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार करने वाला भारत का पहला राज्य है ।
🪴 संविधान की 8वीं अनुसूची में राजभाषा का उल्लेख है।
इस तारीख को ही हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है?
14 सितंबर 1949 को बनी राष्ट्र की आधिकारिक भाषा 6 दिसंबर 1946 को आजाद भारत का संविधान तैयार करने के लिए संविधान सभा का गठन हुआ। सच्चिदानंद सिन्हा संविधान सभा के अंतरिम अध्यक्ष बनाए गए। इसके बाद डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को इसका अध्यक्ष चुना गया। डॉ. भीमराव अंबेडकर संविधान सभा की ड्राफ्टिंग कमेटी (संविधान का मसौदा तैयार करने वाली कमेटी) के चेयरमैन थे। संविधान में विभिन्न नियम-कानून के अलावा नए राष्ट्र की आधिकारिक भाषा का मुद्दा भी अहम था। क्योंकि भारत में सैकड़ों भाषाएं और हजारों बोलियां थीं। काफी विचार-विमर्श के बाद हिन्दी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की आधिकारिक भाषा चुना गया। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को अंग्रेजी के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया। बाद में जवाहरलाल नेहरू सरकार ने इस ऐतिहासिक दिन के महत्व को देखते हुए हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। पहला आधिकारिक हिन्दी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था।
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