🍁उपेक्षित पड़े हुए हैं ऐतिहासिक अभिलेख🍁
👉संदर्भ: मल्लेश्वर मंदिर के पुरातन स्तंभ ख़राब अवस्था में हैं।
👉 विजयवाडा जिले में स्थित इस मंदिर को पुराने शिवालयम के नाम से भी जाना जाता है।
👉महत्त्व: अभिलेख इतिहास का सबसे प्रामाणिक स्रोत हैं और उन वंशों के बारे में जानकारियों की खदान हैं जिन्होंने पूर्व में राज किया था।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁तम्बाकू उत्पादकों, व्यापारियों ने किया प्रदर्शन निर्देश के खिलाफ प्रदर्शन🍁
👉 संदर्भ: सरकार ने तम्बाकू उत्पादों पर 85% ग्राफ़िक स्वास्थ्य चेतावनी के प्रदर्शन को अनिवार्य बना दिया है।
👉फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया फार्मर्स एसोसिएशन ने कहा कि यह स्थानीय तम्बाकू उद्योग को बर्बाद कर देगा और इसमें संलिप्त कार्यबल की बेरोज़गारी के लिए जिम्मेदार होगा।
👉दावा: बीड़ी भारत का एक विशिष्ट उत्पाद है और यह कृषि और निर्माण के बाद तीसरा सबसे बड़ा नियोक्ता है।
👉मांग: ऐसी नीति बनाये जो तम्बाकू उत्पादकों के हित में हो व उनके लिए आजीविका के अन्य साधनों का निर्माण कर सके।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁एक टोक्सिन को पोषक तत्व में कैसे परिवर्तित करता है शरीर!🍁
👉 लेबाइल हेमे: शरीर का एक टोक्सिन जो हीमोग्लोबिन कोर में अपनी भूमिका के लिए जाना जाता है।
👉हीमोग्लोबिन: ऑक्सीजन के परिवहन के लिए जिम्मेदार लाल रक्त कोशिका का एक अवयव।
👉 उपयोग: सूक्ष्म मात्राओं में हेमे एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है पर इसकी मात्रा को कोशिकाओं द्वारा नियंत्रित करना जरुरी है।
👉 हेमे की गतिविधियों को उजागर करने के लिए वैज्ञानिकों ने रेश्यो मेट्रिक सेंसर का उपयोग किया।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁दासता को ख़त्म करने हेतु सरकार की कार्यवाही व प्रतिक्रियाएं🍁
👉 संयुक्त राष्ट्र ट्राफिकिंग प्रोटोकॉल के समानांतर 124 देशों ने मानव व्यापार को अपराधयोग्य बना दिया है और सरकारी समन्वय स्थापित करने हेतु 96 देशों ने राष्ट्रीय एक्शन प्लान बनाये थे।
👉भारत: इस समस्या से निपटने हेतु महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं।
👉कदम: मानव व्यापार, दासता, जबरन मजदूरी, बच्चों से वेश्यावृत्ति कराने और जबरन शादी का अपराधीकरण।
👉सरकार मानव व्यापार के विरूद्ध कानूनों को और कड़ा कर रही है जिसमें फिर से अपराध करने वालों के लिए और कड़ी सजा का प्रावधान होगा।
👉कानून पीड़ितों को संरक्षण व पुनर्स्थापन सहायता भी प्रदान करेगा।
👉 न्यूनतम कार्यवाही: उत्तर कोरिया, ईरान, इरीट्रिया, इक्वेटोरियल गिनी, हांगकांग, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, पापुआ न्यू गिनी, गिनी, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो और दक्षिण सूडान।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁5 एशियाई देश दुनियाभर के 58% दासों के लिए जिम्मेदार🍁
👉दासता आंकड़ों के मामले में एशियाई देश टॉप 5 स्थान रखते हैं
👉चीन (33.9 लाख), पाकिस्तान (21.3 लाख), बांग्लादेश (15.3 लाख) और उज़्बेकिस्तान (12.3 लाख) सूची में भारत के पीछे हैं।
👉 यह 5 एशियाई देश दुनियाभर के 58% दासों के लिए जिम्मेदार हैं या 2.66 करोड़ लोगों हेतु।
👉 उत्तर कोरिया: सबसे ज्यादा मामले (जनसंख्या का 4.37%) और इनसे निपटने के लिए सबसे कमजोर सरकार।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁ऐपेक(एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग) के बारे में जानिये🍁
👉 क्या? 1989 में स्थापित ऐपेक(एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग) एक क्षेत्रीय आर्थिक मंच है।
👉लक्ष्य: संतुलित, समावेशी, संवहनीय, नवीन एवं सुरक्षित विकास को प्रोत्साहन व क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को त्वरित गति प्रदान कर क्षेत्र के लोगों को अधिक समृद्धि प्रदान करना।
👉 सदस्य: 21 राष्ट्र।
👉 संरचना: ऐपेक में सभी अर्थव्यवस्थाओं को राय रखने का समान अधिकार है और किसी नतीजे पर सर्वसम्मति से पहुँचा जाता है।
👉 कोई बाध्यकारी प्रतिबद्धताएं या संधि दायित्व नहीं, प्रतिबद्धताओं का उत्तरदायित्व स्वैच्छिक रूप से लिया जाता है और क्षमता बढ़ोतरी प्रोजेक्ट, सदस्यों को ऐपेक पहल लागू करने में मदद करते हैं।
👉स्थायी सचिवालय: सिंगापुर।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁दासता के वैश्विक अनुमान🍁
👉वैश्विक रूप से: 2014 के 3.58 करोड़ के मुकाबले अनुमानित 4.58 करोड़ लोग (जिनमें महिलाएं व बच्चें शामिल है) किसी ना किसी प्रकार की दासता में संलिप्त हैं।
👉सबसे ज्यादा प्रचलन: (जनसंख्या अनुपात के आधार पर) उत्तर कोरिया, उज़्बेकिस्तान, कंबोडिया, भारत और क़तर।
👉 सबसे कम प्रचलन: (जनसंख्या अनुपात के आधार पर) लक्सेम्बर्ग, आयरलैंड, नॉर्वे, डेनमार्क, स्विट्ज़रलैंड, ऑस्ट्रिया, स्वीडन, बेल्जियम, संयुक्त राष्ट्र और कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁एक घृणित तथ्य: दासता सूचकांक में भारत शीर्ष पर🍁
👉 संदर्भ: ऑस्ट्रेलिया आधारित मानवाधिकार समूह वाक फ्री फाउंडेशन द्वारा जारी 2016 वैश्विक दासता सूचकांक।
👉भारत: 1.3 अरब की जनसंख्या में 1.8 करोड़ दासों के साथ भारत में आधुनिक दासता में फंसे लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।
👉 आधुनिक दासता: यह उत्पीडन की उन स्थितियों को संदर्भित करता है जिनमें व्यक्ति डर, हिंसा, जबरदस्ती, शक्ति के दुरूपयोग या फिर बहकावे की वजह से काम नहीं छोड़ सकता।
👉उदाहरण: जबरन मजदूरी के पीड़ित जो वेश्यावृत्ति से लेकर भीख मांगने तक विस्तृत हैं।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁दक्षिणी पंजाब प्रांत और आतंकी संपर्क🍁
👉मुख्य क्षेत्र: पाकिस्तान के अन्दर या उसकी सीमाओं से परे आतंक से मुकाबला करने हेतु दक्षिणी पंजाब क्षेत्र पर ध्यान केन्द्रित होना चाहिए- अंतर्राष्ट्रीय संपर्कों वाले आतंकी समूहों की उपस्थिति की वजह से।
👉 यह प्रांत पाकिस्तान के 2 प्रमुख देवबंदी समूहों का पनाहगाह है- जैश-ए-मोहम्मद और कट्टरपंथी लश्कर-ए-झांगवी।
👉 जैश-ए-मोहम्मद: 2 जनवरी 2016 को पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
👉लश्कर-ए-झांगवी: लाहौर में 27 मार्च को हुए ईस्टर सन्डे हमले के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार, जिसमें 70 से भी ज्यादा लोग मारे गए थे।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁पाकिस्तान अभी भी ‘अच्छे’ जिहादियों को प्रोत्साहित करता है: एनजीओ- II🍁
👉 भारत में पठानकोट एयरबेस हमले और उसके बाद के परिणाम अच्छे जिहादियों को दिए गए दंडाभाव का प्रतिरूपण करते हैं।
👉 पहल: भारत और पाकिस्तान दोनों के द्वारा- 2015 में प्रधानमंत्री की अनियत लाहौर यात्रा शांति प्रक्रिया को बढ़ाने हेतु थी।
👉 हालांकि अगले ही महीने एयरबेस पर हमला करने का संभावित उद्देश्य इस उदीयमान प्रक्रिया को बेपटरी करना था।
👉 पाकिस्तान: दिसंबर 2014 में पेशावर के एक आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद सैन्य व असैन्य पाकिस्तानी संस्थानों ने आतंक से मुकाबला करने हेतु 20 सूत्रीय एक्शन प्लान की घोषणा की थी।
👉इसमें प्रतिबंधित समूहों को कार्य करने और नाम बदलने से रोकने, आतंक निधियन को रोकना और आतंकी संचार नेटवर्क को ध्वस्त करने समेत कई कदम शामिल थे।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁पाकिस्तान अभी भी ‘अच्छे’ जिहादियों को प्रोत्साहित करता है: एनजीओ- I🍁
👉 संदर्भ: विवादों से बचाव और उनके समाधान की वकालत में लगे एक एनजीओ इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप द्वारा जारी रिपोर्ट ‘पाकिस्तान जिहादी हार्टलैंड- साउथर्न पंजाब’।
👉 अच्छे बनाम बुरे: दक्षिणी पंजाब का मामला (जो भारत की सीमा पर है) इस्लामाबाद की अच्छे और बुरे जिहादियों के मध्य अंतर समझने की असफलता को अच्छी तरह से चित्रित करता है।
👉जारी राज्य प्रायोजकता अच्छे जिहादियों के लिए सशक्तिकरण का स्रोत बनी हुई है, जैसे कि जैश जिसके पूरे प्रांत में नेटवर्क हैं।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁एपेक के लिए बाध्य रियायतें ना दें🍁
👉चेतावनी: वाणिज्य मंत्रालय ने एशिया पेसिफिक इकॉनोमिक कोऑपरेशन (एपेक) सदस्यता हासिल करने के लिए मांगों के आगे झुकने के प्रति विदेश मंत्रालय को चेताया है।
👉मांगी गयी रियायतें: एक नियत समयावधि में उद्योग प्रशुल्क को बहुत कम स्तर तक लाने या उन्हें ख़त्म करने के समझौते हेतु भारत को बाध्य रियायतों का प्रस्ताव देना चाहिए।
👉 साथ ही, अमेरिका के साथ उसके द्विपक्षीय निवेश समझौते पर जल्द सौदा और प्रस्तावित विश्व व्यापार संगठन स्तरीय निवेश सरलीकरण समझौते की चर्चाओं में उसकी भागीदारी।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
0 comments:
Post a Comment