💐उपन्यासकार💐
💯प्रेमचंद - गोदान, गबन, कर्मभूमि, रंगभूमि, निर्मला, सेवासदन
💯हज़ारी प्रसाद द्विवेदी - बाणभट्ट की आत्मकथा,चारुचंद्र लेख, पुनर्नवा, अनामदास का पोथा
💯अज्ञेय - शेखर एक जीवनी,नदी के द्वीप, अपने-अपने अजनबी
💯फणीश्वरनाथ रेणु - मैला आँचल, परती-परिकथा, जुलूस, कितने चौराहे
💯कृष्णा सोबती - सूरजमुखी अंधेरे में, ज़िंदगीनामा, समय सरगम
💐कहानीकार💐
💯चन्द्रधर शर्मा गुलेरी - उसने कहा था, सुखमय जीवन, बुद्धू का कांटा
💯प्रेमचंद - पंच परमेश्वर, बूढ़ी काकी, पूस की रात, ईदगाह, सुजान भगत और कफ़न
💯अज्ञेय - विपथगा, कोठरी की बात, शरणार्थी, हिलिबोन की बत्तखें, मेजर चौधरी की वापसी
💯निर्मल वर्मा - परिंदे, जलती झाड़ी, बीच बहस में, कव्वे और काला पानी
💯मन्नू भंडारी - मैं हार गई, त्रिशंकु, यही सच है
💐निबन्धकार💐
💯 भारतेंदु हरिश्चंद्र - बादशाह दर्पण, नाटक, हिंदी भाषा, ईश्वर बड़ा विलक्षण है, एक अद्भुत अपूर्व स्वप्न
💯अध्यापक पूर्ण सिंह - सच्ची वीरता, आचरण की सभ्यता, मजदूरी और प्रेम, कन्यादान
💯बाबू ग़ुलाबराय - ठलुवा क्लब, फिर निराशा क्यों, मेरी असफलताएँ, कुछ उथले-कुछ गहरे
💯जयशंकर प्रसाद - छायावाद, रहस्यवाद, यथार्थवाद, छायावाद और रस
💯हज़ारी प्रसाद द्विवेदी - अशोक के फूल, नाखून क्यों बढ़ते हैं, देवदारु, कुटज, बसन्त आ गया है आदि।
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