सयंत्रों से उत्सर्जित गैसों को सल्फर डाइऑक्साइड से मुक्त करने को फ्लु-गैस डिसल्फराइजेशन अथवा दहन गैस निर्गंधकीकरण (FGD) कहा जाता है।
फ्लु-गैस डिसल्फराइजेशन के द्वारा तापीय प्रसंस्करण और दहन के कारण भट्टियों, बॉयलरों और अन्य औद्योगिक प्रक्रियाओं द्वारा उत्सर्जित गैसों से सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) आदि गैसीय प्रदूषकों को हटाने का प्रयास किया जाता है ।
(Flue Gas Desulphurization)
संदर्भ:
हाल ही में, विद्युत् मंत्रालय द्वारा कोयला-चालित विद्युत् संयंत्रों द्वारा नए उत्सर्जन मानदंडों को अपनाने के लिए समय सीमा को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। मंत्रालय का कहना है कि, ‘एक अव्यवहारिक समय सारणी’ से इन संयंत्रों पर अतिरिक्त भार पड़ेगा जो विद्युत्-दरों में वृद्धि का कारण बन सकता है।
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